हिन्दू लड़कियों के ज़बरन निकाह ने खोली इमरान के ‘नए पाकिस्तान’ की पोल
इमरान खान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का ओहदा सँभालते ही दुनिया को यह दिखाने की कोशिश शुरू कर दी कि वह अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने वाले सबसे बड़े पैरोकार हैं। वे नए पाकिस्तान का नारा देने लगे। सालों से जहाँ की सत्ता मिलिट्री और आईएसआई की हाथों रही हो, उस सरकार के वादों और दावों पर भरोसा तो कतई नहीं किया जा सकता।
प्रधानमंत्री का अपमान और आतंकियों को सम्मान, कांग्रेस की ये कौन-सी पॉलिटिक्स है?
राहुल गाँधी किसी आतंकी सरगना को ‘जी’ लगाकर संबोधित करने वाले पहले कांग्रेस नेता नहीं हैं, कांग्रेस के लोगों को इसकी पुरानी आदत है। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के दो बार के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह तो “ओसामा जी” और “हाफिज सईद साहब” का उच्चारण कर चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को किसी
एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने की शर्मनाक राजनीति से बाज आए विपक्ष
पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना ने नियंत्रण पार कर आतंकी ट्रेनिंग कैम्पों पर हमला कर खलबली मचा दी। 26 फरवरी की सुबह भारतीय वायु सेना ने अपने मिराज़ 2000 लड़ाकू विमानों की मदद से नियंत्रण रेखा को पार किया। अगले 19 मिनट तक भारतीय सेना आतंकी ठिकानों पर बम बरसाती रही।
आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के बाद देश की एक ही आवाज – मोदी हैं तो मुमकिन है!
पुलवामा में भारतीय सैनिकों पर हुए कायराना हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने जैश के ठिकानों को तबाह कर बदला लिया है। सरकार की तरफ से ये कदम अपेक्षित था। यह स्पष्ट हो चुका है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस कार्रवाई को बाखूबी अंजाम दिया गया।
सब तरफ से घिरता जा रहा आतंक का सरगना पाकिस्तान
पाकिस्तान आज के समय में आतंकवाद का सबसे बड़ा पनाहगाह बन गया है। भारत से अलग होकर पाकिस्तान चाहता तो दक्षिण एशिया में अपनी एक अलग पहचान बना सकता था लेकिन भारत से मुकाबले की सनक ने उसे एक आतंकवादी देश बना दिया।
महागठबंधन: हर हप्ते बदल रहा विपक्ष का प्रधानमंत्री उम्मीदवार
चुनाव से पहले देश की राजनीति बहुत हो रोचक दौर में प्रवेश कर गई है। विपक्षी गठबंधन का आलम यह है कि विपक्ष की तरफ से हर हफ्ते प्रधानमंत्री पद के नए दावेदार सामने आ रहे हैं। आज उन्हीं नामों की चर्चा जो प्रधानमंत्री पद की रेस में बने हुए हैं।कांग्रेस देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी है (संसद में वैसे कांग्रेस को विपक्षी दल का स्टेटस हासिल नहीं है), जिसके अध्यक्ष राहुल गाँधी पिछले कई सालों से प्रधानमंत्री पद की दौड़ में लगातार बने हुए हैं।
राफेल पर द हिन्दू के ‘अर्धसत्य’ को लेकर उछल रही कांग्रेस फिर औंधे मुंह गिरी है!
चुनाव का मौसम भी काफी दिलचस्प होता है, जिसमें विरोधी एकदूसरे पर हमला करने के छोटे से छोटे मौके की ताक में रहते हैं। यह खबर आम है कि कांग्रेस राफ़ेल की खरीद को लेकर नित नए इल्ज़ाम लगाने की ताक में रहती है, भले ही उसके लिए झूठ का ही सहारा क्यों न लेना पड़े। लेकिन मज़ेदार बात यह है कि झूठ पकड़े जाने के बाद भी कांग्रेस झूठ बोलना नहीं छोड़ती, जाने क्यों उसे लगता है कि जनता उसके द्वारा छोड़े जा रहे शिगूफे को गंभीरता से भी लेती है।
बंगाल : मोदी की रैली में दिखी भाजपा की बढ़ती धमक, बढ़ रही ममता की बेचैनी
पिछले कुछ महीने से पश्चिम बंगाल में सत्ता पक्ष द्वारा एक ख़ास तरह की घिनौनी राजनीति चल रही है कि विपक्षी पार्टियों को वहाँ रैली ही नहीं करने दो, उनके कार्यकर्ताओं पर हमले करो। ऐसा कुछ पश्चिम बंगाल में कम्युनिस्ट पार्टी करती थी, लेकिन मिट्टी और मानुष की सौगंध लेने वाली ममता बनर्जी भी अब लोगों के साथ छल कर रही हैं। बंगाल में विपक्षी कार्यकर्ताओं के साथ ज्यादती की शिकायत कई बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी की है।
क्या प्रियंका का राजनीति में आना राहुल की विफलता पर मुहर है?
इन दिनों टीवी स्टूडियोज में एंकर और कांग्रेस के प्रवक्ता बड़े प्रसन्नचित्त हैं कि कांग्रेस के खानदान से एक और सदस्य ने राजनीति में एंट्री मार ली है। कांग्रेसी प्रवक्ताओं को ऐसा उत्साह है जैसे इससे कांग्रेस की सारी समस्याएं छू-मंतर हो जाएंगी। पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी ने सोनिया गांधी की बेटी और उत्तर प्रदेश के व्यवसायी रोबर्ट वाड्रा की पत्नी प्रियंका वाड्रा गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपने का ऐलान किया।
ईवीएम पर बेमतलब सवाल उठाना कांग्रेस के डर को ही दिखाता है!
शर्मनाक विडंबना है कि ईवीएम वोटिंग से तीन राज्य जीतने के बाद कांग्रेस अब एकबार फिर ईवीएम और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने में लगी है। ईवीएम पर सवाल उठाने में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही आगे रही हैं, लेकिन जब चुनाव योग ने उन्हें ईवीएम को हैक करने के लिए बुलाया तो वो ऐसा करने में नाकाम रहे।