भारत बंद से माल्या तक, नेशनल हेराल्ड से ध्यान भटकाने के लिए क्या-क्या करेगी कांग्रेस!
बीता सप्ताह सिलसिलेवार सियासी घटनाक्रमों का साक्षी रहा। अव्वल तो भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की लंदन स्थित कोर्ट में पेशी के दौरान उसका यह सनसनी फैलाने वाला बयान कि वह देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिला था, सुर्ख़ियों में रहा। हालांकि जेटली ने तुरंत ही माल्या के बयान का खंडन करके बेसिर पैर की अफवाहों, अटकलों को वहीं रोक दिया लेकिन
भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए यादगार रहा बीता सप्ताह, मिली कई सफलताएं!
बीता सप्ताह भारत के रक्षा क्षेत्र के नज़रिये से बहुत सकारात्मक और नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने वाला रहा। अलग-अलग बिंदुओं पर, विभिन्न मोर्चों से संबंधित उपलब्धियां देश को हासिल हुईं। सबसे बड़ी उपलब्धि यह थी कि अमेरिका की नामी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने भारत के साथ मिलकर साझेदारी की शुरुआत की। इस कंपनी के एफ-16 लड़ाकू विमान के विंग्स अब भारत
क्या मोदी के विकासवादी एजेण्डे के कारण रची जा रही थी उनकी हत्या की साजिश?
बीते सप्ताह प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश का मामला चर्चा में रहा। यदि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई होती तो इस मामले को अटकल ही समझा जाता। लेकिन अब चूंकि आरोपी पकड़े जा चुके हैं, साजिश का पत्र सामने आ चुका है, ऐसे में इस पर संदेह करने का अब कोई कारण नहीं बनता है।
आईएसआईएस के कारण बताते हुए राहुल गांधी को इस्लामिक कट्टरता का ध्यान क्यों नहीं आया?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिनों के जर्मनी दौरे पर गए। उन्होंने हैमबर्ग के ब्यूकेरियस समर स्कूल के कैंपनागेल थिएटर एवं बर्लिन में भारतीय समुदाय को संबोधन दिया। वहां जाने का उनका मकसद जो भी रहा हो, मगर जाहिर यही हुआ कि वे वहां केवल और केवल केंद्र की भाजपा सरकार को कोसने गए थे। यह काम वे भारत में भी कर सकते थे, लेकिन पता नहीं उनके
केरल पर कुदरत का कहर, कंधे से कंधा मिलाकर मददगार बनी केंद्र सरकार
केरल में इन दिनों प्राकृतिक आपदा आई हुई है। लगभग आधे से अधिक राज्य भीषण बाढ़ के प्रकोप में है। अभी तक यहां 300 से अधिक लोगों की मौत बाढ़ के चलते हुई है। सैकड़ों की संख्या में लोग बेघर हो गए हैं। एक अनुमान के मुताबिक जान-माल के नुकसान का आंकड़ा 20 हज़ार करोड़ तक पहुंच चुका है। निश्चित ही केरल की यह आपदा इस सदी की सर्वाधिक भीषण
कांग्रेस-जेडीएस बताएं कि उन्होंने अपनी राजनीति चमकाने के लिए जनता के पैसे किस अधिकार से उड़ाए हैं?
एक आरटीआई से चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। यह खुलासा तथाकथित आम आदमी अरविंद केजरीवाल को लेकर है। पिछले दिनों कर्नाटक में जनता दल सेक्युलर की सरकार बनी थी। पार्टी के नेता एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह को बहुत विलासिता पूर्ण ढंग से आयोजित किया गया था। मालूम हो कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे अधिक
2005 में घुसपैठियों का विरोध करने वाली ममता आज उनकी हितैषी क्यों बन रही हैं?
इन दिनों आसाम में एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन का मुद्दा उछल रहा है। इसके बहुत विस्तार में न जाते हुए सरल रूप में इतना ही समझा जा सकता है कि असम में 40 लाख लोग ऐसे रह रहे हैं जो कि भारतीय नागरिकता प्राप्त नहीं हैं। इस लिहाज से वे घुसपैठियों के दर्जे में आते हैं। ये लोग बांग्लादेशी मूल के हैं। आसाम में इनकी बड़ी आबादी निवासरत है। अब
काले धन पर मोदी सरकार को कोसने वालों की बोलती बंद कर देंगे ये आंकड़े!
पिछले सप्ताह काले धन की बातें फिर से चर्चा में आ गईं। जिस अहम बिंदु का जिक्र छिड़ा वह यह रहा कि वर्ष 2014 के बाद से भारतीयों के विदेशों में जमा कथित कालेधन में कमी आई है। असल में राज्यसभा के सदन में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यह अहम जानकारी प्रस्तुत की। स्विटजरलैंड की बैंकों में वर्ष 2014 से लेकर पिछले साल यानी 2017 तक तीन वर्ष की अवधि में इस
अविश्वास प्रस्ताव पर अपने ही बुने जाल में फँस गया विपक्ष
शुक्रवार का दिन संसद के इतिहास में रोचक, हंगामाखेज और घटनाप्रधान दिन के रूप में दर्ज हो गया। इन दिनों संसद का मानसून सत्र चल रहा है। इसे आरंभ हुए तीन दिन भी नहीं बीते थे कि बजट सत्र की तरह इस सत्र को भी हंगामे की भेंट चढ़ाने की विपक्ष की तैयारी नज़र आने लगी।
शशि थरूर और हामिद अंसारी जैसों की विचार-प्रक्रिया में ही खोट है !
पिछले दिनों दो बयान ऐसे सामने आए जो विवादित रहे। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए सत्ता में वापसी की स्थिति में देश में हिंदू पाकिस्तान बनने जैसे विवादित विशेषण का इस्तेमाल किया, वहीं पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने एक बार फिर से ऐसा बयान दे डाला जो उनकी एकतरफा मानसिकता को प्रदर्शित करता है। अंसारी ने कहा कि यदि इस देश में