रमेश कुमार दुबे

जम्मू-कश्मीर : डिजिटल इंडिया की कामयाबी का नतीजा है ‘दरबार मूव’ पर रोक

दस्‍तावेजों के डिजिटल होने से सबसे ज्‍यादा परेशानी कांग्रेसी सिस्‍टम में पले-बढ़े उन लोगों को हो रही है जिनकी रोजी-रोटी कागजी रिकॉडों के हेर-फेर से चलती थी।

कोरोना महामारी पर काबू पाने में कामयाब होती दिख रही मोदी सरकार

12 जुलाई 2021 को कोरोना महामारी से ठीक होने वालों की कुल संख्‍या 3 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई। यह लगातार 34वां दिन रहा जब भारत में कोरोना वायरस के एक लाख से कम नए मामले सामने आए।

भाजपा विरोधी अभियान में बदला कथित किसान आंदोलन

किसान आंदोलन अब राजनीतिक विरोध में तब्‍दील हो चुका है। यही कारण है कि आम किसान इस आंदोलन से दूरी बनाने लगे हैं।

कृषि कानूनों की कामयाबी बयां कर रही है गेहूं की रिकॉर्डतोड़ खरीद

पंजाब में 14 मई 2021 को समाप्‍त हुए गेहूं खरीद सत्र में रिकॉर्ड खरीद हुई है। इस रबी खरीद सत्र के दौरान पंजाब में नौ लाख किसानों से 132 लाख टन गेहूं की खरीद की गई।

लगातार पराजय के बाद भी बदलाव को तैयार नहीं कांग्रेस

कई राज्‍यों में कांग्रेस की विपक्ष की हैसियत भी नहीं बची है। हाल ही में संपन्‍न हुए पांच राज्‍यों के चुनाव में दो और राज्‍यों में कांग्रेस का विपक्ष का ओहदा छिन गया।

घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देगी पीएलआई स्‍कीम

दशकों की उपेक्षा से आयात केंद्रित अर्थव्‍यवस्‍था बन चुके देश को विनिर्माण धुरी बनाना आसान नहीं है। इसके लिए बहुआयामी उपाय करने होंगे। पीएलआई उसी प्रकार का उपाय है।

बंगाल में विचारधारा को तिलांजलि दे तीसरे-चौथे स्थान की लड़ाई लड़ रहे कांग्रेस और वाम दल

केरल में जहां कांग्रेस-वाममोर्चा एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं वहीं बंगाल में दोनों साथ मिलकर चुनाव मैदान में हैं और सरकार बनाने के सपने देख रहे हैं।

दालों के मामले में देश को आत्‍मनिर्भर बनाने में कामयाब रही मोदी सरकार

मोदी सरकार के प्रयासों से दालों का घरेलू उत्‍पादन 1.72 करोड़ टन से बढ़कर 2.32 करोड़ टन तक पहुंच गया। दशकों बाद भारत दालों के मामले में आत्‍मनिर्भर बना है। 

मोदी सरकार के विकासवादी एजेंडे को अहमियत देती दिख रही पश्‍चिम बंगाल की जनता

मोदी सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से घबड़ाकर मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी मोदी सरकार की कई जनोपयोगी योजनाओं को राज्‍य में लागू नहीं कर रही हैं।

किसान हित नहीं, मोदी का अंधविरोध है इस आंदोलन का एजेंडा

सबसे बड़ी बात यह है कि आंदोलन मोदी विरोधियों का मंच बनता जा रहा है। इसी का नतीजा है कि इसके जनसमर्थन में लगातार गिरावट आ रही है।