विकसित देश बनने की राह पर भारत
1947 से ठीक 60 सालों के बाद भारत की जीडीपी 2007 में 1 ट्रिलियन डॉलर की हुई और 2014 में बढ़कर 2 ट्रिलियन डॉलर की हो गई और 2019 में 3 ट्रिलियन डॉलर की। 2014 में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई थी, जबकि 2019 में यानी सिर्फ 5 सालों के
वैश्विक एजेंसियों के अनुसार मजबूत बनी रहेगी भारतीय अर्थव्यवस्था
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की “बीबीबी” की रेटिंग को बरकरार रखा है। इसका यह अर्थ हुआ कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी रहेगी। इस एजेंसी के अनुसार भारत की जीडीपी वित्त वर्ष 2024 में 6.9 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी और आगामी कुछ सालों तक दुनिया की सबसे तेज गति से आगे
राम मंदिर से देश के समावेशी विकास को भी मिलेगा बल
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से अयोध्या और प्रदेश के विकास के साथ-साथ देश के समावेशी विकास को बल मिलना लाजिमी है। अयोध्या में आधारभूत संरचना विकसित होगी, बुनियादी सुविधाएँ जैसे, बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, अस्तपताल का लाभ वहाँ के रहवासियों को मिलेगा, रोजगार सृजन होगा, निर्माण व विनिर्माण, पर्यटन, सेवा, होटल व रेस्तरां, परिवहन, हवाई
ये आंकड़े बताते हैं कि वैश्विक मंदी के बीच भी तेजी से आगे बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था!
भारतीय अर्थव्यवस्था के लगातार मजबूत रहने के कारण ही एस एंड पी ग्लोबल ने 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया है
तेजी से आगे बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था
जीडीपी अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य को मापने का सबसे सशक्त पैमाना है। यह एक निश्चित समय में सभी उत्पादों और सेवाओं के मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है।
समावेशी विकास की वाहक बनती पीएम स्वनिधि योजना
पीएम स्वनिधि योजना के तहत ऋण मिलने के बाद लोगों का कारोबार सशक्त हुआ है और लाभार्थी अब बुनियादी जरूरतों के अलावा दूसरे मदों में भी खर्च करने लगे हैं।
बदलावों का वाहक बनता ‘मन की बात’ कार्यक्रम
मन की बात अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके, इसके लिए इसका अनुवाद अंग्रेजी को छोड़कर 22 भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में किया जाता है।
आयकर रिटर्न में लगातार वृद्धि दर्शाती है कि विकसित देश बनने की राह पर तेजी से बढ़ रहा भारत
निर्धारण वर्ष 2023 में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या निर्धारण वर्ष 2022 की तुलना में 7.3 करोड़ से बढ़कर 7.8 करोड़ हो गई है।
मजबूत होते भारतीय अर्थव्यवस्था के मानक
अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाले अनेक कारक होते हैं। हाल में, भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाले ऐसे कई मानकों में बेहतरी आई है।
दुनिया की अर्थव्यवस्थाएँ सुस्ती में हैं, लेकिन चमक रही है भारतीय अर्थव्यवस्था!
अभी विदेशी निवेशक चीन की जगह भारत में निवेश करना बेहतर मान रहे हैं, क्योंकि फिलहाल, भारत की अर्थव्यवस्था चीन से अधिक मजबूत है।