प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शिलान्यास कर दिया है। योगी सरकार पहले से ही इसके निर्माण के लिए कमर कस चुकी है। यह अनुमान है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे से यहां के किसानों की आय दोगुनी करने में सहायता मिलेगी। यहां की अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय परिवर्तन आएगा। इसके निर्माण से डिफेंस काॅरिडोर को भी गति मिलेगी। डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर से उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।
कुछ वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे के मामले में पीछे था। जबकि विकास को गति देने और यात्रा को सुगम बनाने के लिए इनकी बहुत आवश्यकता थी। लेकिन केवल यात्रा के समय को घटाने तक एक्सप्रेस वे का निर्माण सीमित नहीं हो सकता। इसके साथ औद्योगिक बेल्ट का निर्माण होना चाहिए। सुरक्षा के समुचित तकनीकी प्रबंध भी अपरिहार्य होते हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस तथ्य को ध्यान में रखा। इसी के अनुरूप उसने एक्सप्रेस वे के निर्माण को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया था। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे और डिफेंस कॉरिडोर वे इसके प्रमाण हैं।
कुछ दिन पहले लखनऊ में डिफेंस एक्सपो का आयोजन हुआ था। इसके मद्देनजर सरकार ने डिफेंस कॉरिडोर के निकट उद्योगों की स्थापना हेतु भूमि बैंक बनाये थे। डिफेंस एक्सपो में पहुंचे निवेशकों को यह साइट दिखाई गई। इसी प्रकार पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के करीब भी उद्योगों के लिए व्यवस्था की जा रही है। बताया गया कि यह कार्य योजना बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे निर्माण में भी जारी रहेगी। इस के निर्माण से इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शिलान्यास कर दिया है। योगी सरकार पहले से ही इसके निर्माण के लिए कमर कस चुकी है। यह अनुमान है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे से यहां के किसानों की आय दोगुनी करने में सहायता मिलेगी। यहां की अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय परिवर्तन आएगा। इसके निर्माण से डिफेंस काॅरिडोर को भी गति मिलेगी। डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर से उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्यदायी संस्था यूपीडा द्वारा कराया जा रहा है। इस एक्सप्रेस वे की लम्बाई दो सौ छियानवे किलोमीटर है। इसके निर्माण पर लगभग पन्द्रह हजार करोड़ रुपए की धनराशि व्यय होगी। एक्सप्रेस वे चित्रकूट के भरतकूप स्थित गोंडा गांव से प्रारम्भ होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए इटावा में आगरा एक्सप्रेस वे जुड़ जाएगा।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे फोरलेन का होगा, जिसे भविष्य में सिक्स लेन का किया जा सकेगा। एक्सप्रेस वे में चार रेलवे ओवर ब्रिज, चौदह दीर्घ सेतु, छह टोल प्लाजा, सात रैम्प प्लाजा, दो सौ अड़सठ लघु सेतु, अठारह फ्लाई ओवर तथा दो सौ चौदह अण्डरपास का निर्माण किया जाएगा। इसकी संरचनाएं सिक्स लेन चौड़ाई की बनायी जाएंगी।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे के निर्माण से बुन्देलखण्ड क्षेत्र आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे एवं यमुना एक्सप्रेस वे के माध्यम से त्वरित एवं सुगम यातायात के कारिडोर से जुड़ जाएगा। साथ ही इससे बुन्देलखण्ड क्षेत्र को विशेष लाभ होगा। यहां के सामाजिक आर्थिक, कृषि, वाणिज्य, पर्यटन व उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। जाहिर है, योगी राज में प्रदेश का विकास तीव्र गति से हो रहा है और कभी बीमारू राज्यों में शुमार रहने वाला यूपी आज आदर्श प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है।
(लेखक हिन्दू पीजी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)