सीडी काण्ड में सबसे ज्यादा सवाल खुद हार्दिक पटेल पर ही उठते हैं !
गुजरात में मतदान की तारीख जैसे–जैसे करीब आ रही, वैसे-वैसे रोज़ कुछ न कुछ नया सियासी भूचाल आ रहा है। चुनावी समर के मध्य पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल का एक अन्तरंग वीडियो जैसे ही सामने आया गुजरात का सियासी पारा अपने परवान पर चढ़ गया। दरअसल, इस वीडियो में हार्दिक पटेल किसी होटल के कमरे में एक लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहें हैं। गुजरात के चुनावी
गुजरात चुनाव से पहले अचानक राहुल गांधी में इतना मंदिर प्रेम कैसे जग गया है ?
चुनाव के दिनों में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिरों के तूफानी दौरों से वाकई कई सवाल उठते हैं। क्या राहुल अपनी “सॉफ्ट हिंदुत्ववादी” नेता की छवि बनाकर कांग्रेस को मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रहे हैं? मंदिर जाने के क्रम में ही राहुल गांधी ने अपनी भक्ति से जुड़ा एक खुलासा भी किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने उत्तरी गुजरात के शहर पाटन में कहा कि वह भगवान शिव के परम भक्त हैं और वह सच्चाई में यकीन
वामपंथी हिंसा का शिकार हुए संघ कार्यकर्ता आनंद, पी. विजयन के शासन में चौदहवीं हत्या
केरल में राजनैतिक प्रतिद्वंदियों के विरुद्ध पिन्नाराई सरकार की शह पर वामपंथियों के द्वारा लगातार की जा रही घात-प्रतिघात की राजनीति के विरुद्ध भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में चली जनरक्षा यात्रा को अभी 1 महीने भी नहीं पूरे हुए थे कि संघ का एक और स्वयंसेवक फिर से वामपंथियों की रक्तरंजित राजनीति का शिकार हो गया है। त्रिसूर जिले के अंतर्गत नेन्मेनिक्करा निवासी संघ के कार्यकर्ता आनंद (26) की हत्या
घाटी में सेना की मार ने आतंकियों के दांत खट्टे कर दिए हैं !
सरहद पर सेना की सफलता का दौर जारी है। सुरक्षाबलों ने बीते दिनों अपने आतंकरोधी अभियान के तहत फिर से बड़ी कामयाबी हासिल की। अलग-अलग अभियानों में क्रमवार कुख्यात आतंकियों को ढेर करके सुरक्षाबलों ने अपनी वीरता का लोहा फिर मनवाया है। बीते दिनों आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के भतीजे महमूद तल्हा रशीद सहित कुछ और आतंकियों को सेना ने मार गिराया। यह मुठभेड़
जिन चिदंबरम को कभी ‘सबसे भ्रष्ट’ कहा था, अब उन्हीसे अपनी पैरवी करवाएंगे केजरीवाल !
ज्यादा पुरानी बात नहीं है, जब केजरीवाल ने 2014 के चुनावों के दौरान ‘सबसे-भ्रष्ट-नेताओं’ की एक सूची जारी की थी, जिसमें चिदंबरम का नाम भी शामिल था। अब 2017 में उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच शक्ति के बंटवारे को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की संवैधानिक पीठ के समक्ष दायर मुकदमे की सुनवाई में दिल्ली सरकार का पक्ष रखने के लिए केजरीवाल ने पी. चिदंबरम को चुना है। पी. चिदंबरम उस कानूनी टीम
गुजरात चुनाव : विकास की राजनीति बनाम विद्वेष की राजनीति
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। दोनों राज्यों में अपनी सरकार बनाने के लिए भाजपा व कांग्रेस अपने-अपने स्तर पर जुटे हुए हैं। लेकिन, यहां दोनों दलों के काम करने के, प्रचार करने के तरीके में अंतर स्पष्ट नज़र आता है। एक तरफ जहां भाजपा सकारात्मक ढंग से प्रचार कर रही है, वहीं कांग्रेस सस्ते हथकंडे अपनाकर थोथी राजनीति दिखाने से बाज नहीं आ रही। इसी के समानांतर नेताओं
क्या कश्मीर पर चिदंबरम के बयान से सहमत है कांग्रेस ?
भारत की आजादी के 70 साल हो गए हैं, लेकिन कश्मीर को लेकर विवाद थम नहीं रहा है। कश्मीर को लेकर राजनीतिक गलियारों में सदैव हलचल रहती हैं, लेकिन वर्ष 2014 में पीएम मोदी द्वारा केंद्र की सत्ता संभालने के बाद कश्मीर की जनता का विश्वास हासिल करने और उसे आतंकवाद से मुक्त करने की दिशा में कई स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। अब विडंबना यह है कि केंद्र सरकार कश्मीर में शांति और प्रगति के
फ़िल्मी भाषणों के भरोसे गुजरात जीतने का स्वप्न देख रहे राहुल गांधी!
गुजरात विधानसभा चुनाव की चर्चाएं सियासी गलियारों में जोरों पर हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों दल अपने-अपने स्तर पर यहां चुनावी सभाएं कर रहे हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश का दौरा किया और प्रदेशवासियों के लिए करोड़ों रुपए लागत के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। भाजपा जहां सकारात्मक ढंग से अपने ध्येय वाक्य ‘सबका साथ सबका विकास’ को लेकर आगे बढ़ रही है, वहीं कांग्रेस हमेशा की तरह
योगीराज में गोली का जवाब गोली से दे रही है यूपी पुलिस !
बीते रविवार की शाम जब हम और आप दीपावली के बाद की थकान मिटा रहे थे, तब यूपी के मुजफ्फरनगर में पुलिस एक अहम आपरेशन में जूझ रही थी। ये आपरेशन था यूपी के कुख्यात इनामी बदमाश फुरकान की घेराबंदी का। बकौल पुलिस, चारों तरफ से घिरे बदमाश ने पुलिस पर गोलियां दागीं, जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। फुरकान मौके पर ही मारा गया। इस एनकाउंटर में पुलिस के जवान भी जख्मी हुए। मारे गए
तो क्या राहुल गांधी की ट्विटर पर बढ़ती लोकप्रियता भी एक महज एक छलावा है ?
हो सकता है कि कांग्रेस समर्थक इस बात से खुश हो गये हों कि राहुल गांधी की लोकप्रियता कम से कम ट्विटर पर तो बढ़ रही है; मगर, राहुल गांधी के लोकप्रिय होने की यह गलतफ़हमी आने वाले चुनावों में उनका कितना साथ देगी, ये सोचने वाली बात है। क्योंकि, कांग्रेस के अधिकाधिक कारनामों की तरह इस अचानक बढ़ी लोकप्रियता पीछे भी फर्जीवाड़ा होने की बात सामने आ रही है।