काउंटर फैक्ट

बताइए न सोनिया मैडम, कांग्रेसी सलमान खुर्शीद पाकिस्तान के एजेंट हैं क्या ?

सलमान ख़ुर्शीद ने पिछले साल नवंबर में पाकिस्तान जाकर भारत विरोधी बयान दिया था। कहा था कि “भारत ने पाकिस्तान के अमन के पैगाम का उचित जवाब नहीं दिया। मोदी अभी नए हैं और स्टैट्समैन कैसे बना जाता है, यह उन्हें सीखना है।“ यानी मोदी से अदावत की आड़ में सलमान ख़ुर्शीद ने अपने वतन भारत को ही अमन का दुश्मन और गुनहगार बना डाला।

मोदी के बयान के बाद फिर बोला बलूचिस्तान, ‘हम लेके रहेंगे आजादी!’

एक भारतीय के नाते खबरिया चैनल पर इस तरह की बहस सुनने का यह पहला अनुभव था। जिसमें पाकिस्तान पैनलिस्ट सफकात सईद को बलूचिस्तानी पैनलिस्ट तारिक फतह कहते हैं- ‘‘तुम अपने पूर्वजो को भूल सकते हो। मैं नही भूल सकता। इस नाते मैं हिन्दूस्तानी हूं। तुम पाकिस्तानी भी हिन्दूस्तानी हो। अफगानी भी हिन्दूस्तानी हैं। बलूचिस्तानी भी हिन्दूस्तानी है।’’

क्या खुद को ‘एंटी नेशनल’ मानती हैं बरखा दत्त, एक युवा पत्रकार का सवाल!

विगत दिनों वरिष्ठ टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी द्वारा मीडिया के एक धड़े को ‘एंटी नेशनल’ कहा गया था, जिसके बाद बरखा दत्त आदि कई बड़े पत्रकार अर्नब के खिलाफ लामबंद नज़र आए…

सारे गुनाह भाजपा के, बाकियों के तो सौ गुनाह माफ़ हैं!

पिछले दिनों यूपी भाजपा के एक नेता ने बसपा की महिला नेता के प्रति कुछ आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसपर बिना देर किए भाजपा द्वारा अपने नेता पर कार्रवाई की गई। फिर उस भाजपा नेता की गिरफ्तारी भी हुई और कुछ समय बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत ही जमानत भी मिल गई। यह तो बात हुई भाजपा की, जिसमे स्पष्ट है कि भाजपा ने अपने नेता के आपत्तिजनक बयान को लेकर कोई नरमी नहीं दिखाई।

ओलम्पिक विवाद: क्योंकि शर्म तो आपको आती नहीं है ‘शोभा डे’!

रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे खिलाडिय़ों के संबंध में विवादित लेखिका….

अगर यही राष्ट्रवाद के उभार का दौर है तो सोचिये राष्ट्रवाद के बुरे दिन कैसे रहे होंगे!

यह बात दुनिया भर के विद्वान कह रहे हैं कि यह भारत के अंदर राष्ट्रवाद के उभार का समय है। लेकिन, इसी समय में जेएनयू की एक छात्रा देवी सरस्वती का अपमान करने के लिए भारत भूषण अग्रवाल सम्मान से सम्मानित की जाती है। इस बात पर यकिन नहीं किया जा सकता है कि पुरस्कार के निर्णायक को कवयित्री के अश्लील रचना का ज्ञान ना हो।

इस्लामिक कट्टरपंथ : आज इन्हें राष्ट्रगान से दिक्कत है, कल राष्ट्र से भी हो जाय तो आश्चर्य नहीं होगा!

हाल के दिनों में देश में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिन्होंने इस्लाम के कट्टरपंथी चेहरे से अमन और मोहब्बत…..

प्रधानमंत्री मोदी का फर्जी गौरक्षकों को कड़ा सन्देश, तथाकथित सेकुलरों की भी बोलती हुई बंद!

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को टाउनहॉल में जनता से रूबरू होते हुए सवालों का…

इस्लामिक कट्टरपंथ को उजागर करते दो मामले, मौन क्यों हैं तथाकथित सेक्युलर ?

सांप्रदायिक और कट्टर सोच को उजागर करती दो घटनाएं हमारे सामने हैं। एक, मायानगरी मुम्बई की घटना है। दूसरी घटना मध्यप्रदेश की धर्मनगरी उज्जैन की है। घर-घर ‘आराध्या’ नाम से पहचानी जाने वाली सना अमीन शेख टीवी कलाकार हैं। धारावाहिक ‘कृष्णदासी’ में सना का नाम आराध्या है। धारावाहिक में वह एक विवाहित मराठी महिला का किरदार कर रही हैं। भूमिका के अनुसार उन्हें माँग में सिंदूर भरना होता है और गले में मंगलसूत्र पहनना होता है।

वामपंथियों का चर्च प्रेम: झूठी रिपोर्ट्स दिखाकर बदलते हैं ‘पब्लिक परसेप्शन’

जून 2016 में आल इंडिया पीपुल्स फोरम की 8 सदस्यीय टीम ने छत्तीसगढ़ के चार जिलों बस्तर ,दंतेवाड़ा ,सुकमा ,बीजापुर का एक दौरा कर एक फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार की। ईसाई मिशनरी फंडेड इस वामपंथी संगठन की अगुवाई अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की सचिव कविता कृष्णन कर रही थीं।