दिल्ली हिंसा : दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के बाद अब शुरू हुआ ‘विक्टिम कार्ड’ का खेल
इस वर्ष की शुरुआत में सीएए विरोध के नाम पर दिल्ली को जलाने की साजिश की गई थी। लेकिन, अब जब पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है तो आरोपियों द्वारा ‘विक्टिम कार्ड’ खेला जा रहा है।
कंगना से बदला लेना छोड़ कोरोना से बेहाल महाराष्ट्र की चिंता करें उद्धव ठाकरे
जिस प्रकार से बीएमसी ने कंगना का ऑफिस तोड़ा है, वह सरकारी कार्यवाही कम और असामाजिक तत्वों की करतूत अधिक मालूम होती है।
बंगाल की दुर्दशा पर चुप रहिये, क्योंकि यहाँ ममता बनर्जी का ‘सेकुलर शासन’ है!
ममता बनर्जी सरकार के राज में पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा आम होती जा रही है। आए दिन भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं।
‘कांग्रेस तेजी से जिस रास्ते पर बढ़ रही है, वो पतन के अलावा और कहीं नहीं जाता’
कांग्रेस के अंदर नेतृत्व के प्रति असंतोष और निराशा का भाव बढ़ रहा है, लेकिन इस परिवारवाद की पट्टी आँखों पर बांधे पार्टी इस बात की अनदेखी करने में लगी है।
चीन की मनमानी हरकतों पर लगाम लगाएगा क्वाड, भारत भी है शामिल
चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच ‘क्वैड’ (क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलाग) नाम का गठबंधन ठोस आकार लेने लगा है।
भारत से हर मोर्चे पर माकूल जवाब मिलने से बौखलाया है चीन
भारत द्वारा हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब मिलने से चीन एकदम बौखलाया हुआ है और इसी बौखलाहट में सीमा पर तनाव पैदा कर भारत को परेशान करने की नाकाम कोशिश में है।
यूपी : योगी राज में एक-एक कर ध्वस्त हो रहा अपराधियों का आर्थिक साम्राज्य
अपराध मुक्त राज्य के वादे के तहत योगी सरकार ने अपराध और अपराधियों के खिलाफ एक और मोर्चा खोल दिया है, जिसमें उसने अब अपराधियों की पाप की कमाई का हिसाब-किताब शुरू कर दिया है।
बेंगलुरु हिंसा पर सेक्युलर ब्रिगेड और बुद्धिजीवियों की चुप्पी से उपजते सवाल
अराजकता के व्याकरण में विश्वास रखने वाला समूह चेहरा और वेष बदल-बदलकर देश को हिंसा से लहूलुहान कर रहा है और कथित धर्मनिरपेक्ष धड़ा चुप है।
सियासी मजबूरी में हिंदुत्व का चोला ओढ़ रही कांग्रेस
जो कांग्रेस अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि स्थल को राम जन्मभूमि परिसर कहने से संकोच करती थी, वही कांग्रेस आज खुलकर राम मंदिर के पक्ष में खड़ी दिख रही है।
राम मंदिर : भूमि-पूजन पर विपक्ष का बेमतलब बवाल
राजनीति तोड़ती है, जबकि संस्कृति जोड़ती है। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि राम मंदिर राजनीतिक नहीं, अपितु एक सांस्कृतिक मुद्दा है।