पॉलिटिकल कमेंटरी

राफेल सौदे का अंधविरोध राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति कांग्रेस की मंशा पर गंभीर सवाल खड़े करता है!

राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आ जाने के बाद से ऐसा माना जा रहा था कि विपक्ष को अब अपनी गलती का एहसास हो जाएगा और वह इस भ्रम को फ़ैलाने के लिए माफ़ी भले न मांगे, लेकिन कम से कम अब राफेल घोटाले का भूत कांग्रेस मुखिया के सर से जरूर उतर जाएगा। किन्तु ऐसा तब संभव होता जब विपक्ष राफेल पर तथ्यों के तहत बात कर रहा होता।

साक्षात्कार में दिखा लोकसभा चुनाव के लिए मोदी का आत्मविश्वास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने साक्षात्कार में सत्ता और सियासत से संबंधित सभी ज्वलंत विषयों पर विचार व्यक्त किये हैं। इसमें उन्होंने अपनी उपलब्धियों और विपक्ष की नकारात्मक राजनीति पर विशेष जोर दिया है। इससे दो बातें उजागर हुई हैं। पहली यह कि वह उपलब्धियों के बल पर आम चुनाव में उतरने का मन बना चुके हैं। इसके अनुरूप उनका आत्मविश्वास भी दिखाई दिया।

उस शहरी नक्सलवाद को पहचानिए, जो आपके इर्द-गिर्द मुखौटा लगाकर मौजूद है!

पिछले दिनों वामपंथी विचारधारा से जुड़े पांच बुद्धिजीवियों की गिरफ़्तारी के बाद एक शब्द की बहुत चर्चा हो रही है- शहरी नकसली। महाराष्ट्र पुलिस ने कई शहरों में छापेमारी करके इन बुद्धिजीवियों को नक्सलियों से संपर्क रखने के संदेह में हिरासत में लिया है। पिछले साल भीमा कोरेगाँव में हुई हिंसा की जांच के सिलसिले में ये गिरफ्तारियां हुई हैं। गिरफ्तार किये गए लोगों में कोई

आक्रांताओं को रौंदने वाले राजा सुहेलदेव का सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास कार्यो के शिलान्यास व उद्घाटन के लिए अनेक बार पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा पर आए हैं। लेकिन इस बार उनकी यात्रा का सामाजिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी बहुत महत्व था। यह सराहनीय है कि भारत सरकार ने विजेता भारतीय राजा सुहेल देव को उचित सम्मान दिया। गाजीपुर में प्रधानमंत्री ने राजा सुहेलदेव पर  डाक टिकट जारी किया। इससे

सामान्य आवागमन के साथ-साथ रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है बोगीबील सेतु

दशकों से लंबित अनेक परियोजनाओं को नरेंद्र मोदी ने अपने एक कार्यकाल में ही अंजाम तक पहुँचाया है। इस फेहरिस्त में एक नया नाम जुड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रह्मपुत्र नदी पर बना भारत का सबसे बड़ा रेल व सड़क सेतु राष्ट्र को समर्पित किया। यह परियोजना दो दशक से लंबित थी।

सत्ता में आते ही उजागर होने लगा कांग्रेस का असली चेहरा

गंगा जल लेकर कर्जमाफी का वादा कर सत्‍ता में आई कांग्रेस पार्टी का असली चाल-चरित्र उजागर होने लगा है। किसानों की कर्जमाफी के लक्षण तो नहीं दिख रहे हैं, उल्‍टे उन्‍हें तीन-तीन दिन से यूरिया के लिए लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है। कांग्रेस के सत्‍ता में आते ही मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान, छत्‍तीसगढ़ में जमाखोर व बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। जो यूरिया भाजपा के शासन काल

‘राजनीति के महानायक और देश के सर्वमान्य नेता थे अटल बिहारी वाजपेयी’

अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीतिक जीवन का अधिकांश समय विपक्ष में बिता। इस रूप में उन्होंने मर्यादा का नया अध्याय कायम किया। यह बताया कि सत्ता पक्ष का जोरदार विरोध भी मर्यादा की सीमा में रहते हुए किया जा सकता है। वह दो वर्ष विदेश मंत्री और छह वर्ष प्रधानमंत्री रहे। इस रूप में उन्होंने सत्ता को देशहित का माध्यम बनाया। विदेशमंत्री के रूप में मजबूत विदेश

क्यों उठ रहे हैं कमलनाथ सरकार की कर्जमाफी पर सवाल?

मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार का गठन हो चुका है। मुख्यमंत्री बनते ही कमलनाथ ने पार्टी के बड़े चुनावी वादे किसान कर्जमाफ़ी का ऐलान भी कर दिया है। चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस द्वारा जारी वचन-पत्र से लेकर राहुल गांधी के भाषणों तक में कर्जमाफी का वादा प्रमुखता से दिखाई दिया था। जाहिर है, कांग्रेस पर इस वादे को पूरा करने को लेकर

84 दंगा : नानावती आयोग से एसआईटी तक भाजपा सरकारों की कोशिशों से सिखों को मिलने लगा न्याय!

गत दिनों दिल्ली उच्च न्यायालय के जस्टिस मुरलीधर राव और जस्टिस विनोद गोयल की बेंच ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार के खिलाफ सिख विरोधी दंगे में फैसला सुनाते एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात कही। उन्होंने कि 1947 में बंटवारे के वक्त कई लोगों का कत्लेआम किया गया था, 37 साल बाद देश की राजधानी  दिल्ली ऐसी ही त्रासदी की गवाह बनी। आरोपी राजनीतिक संरक्षण का

राफेल प्रकरण : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद क्या देश से माफी मांगेंगे राहुल गांधी?

आखिर राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट का आ गया। सुप्रीम कोर्ट ने राफेल विमान खरीद मामले में फैसला देते हुए स्‍पष्‍ट कहा कि इस सौदे की प्रक्रिया में कोई त्रुटि या कमी नहीं है। इस निर्णय के साथ ही केंद्र सरकार को ना केवल राहत मिली बल्कि विपक्ष के उन तमाम बेसिर पैर के आरोपों को भी करारा जवाब मिला है, जिनके जरिये मोदी सरकार को लगातार कोसा जा रहा था। असल