गुजरात चुनाव में बदल गया भारतीय राजनीति का वैचारिक धरातल
हाल ही में संपन्न हुए गुजरात चुनाव वैसे तो भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में किसी राज्य के सामान्य चुनाव जैसा ही था, परन्तु एक राजनीतिक विश्लेषक की नज़र से देखा जाए तो स्पष्ट होता है कि शायद ये चुनाव सामान्य नहीं था। भारतीय राजनीती के वैचारिक परिद्रश्य से तो कतई ये चुनाव सामान्य नहीं था, कभी जिनके पूर्वजों ने सोमनाथ के जीर्णोद्धार का विरोध किया था, उनके वंशज उसी सोमनाथ बाबा के सामने साष्टांग
गुजरात-हिमाचल में भाजपा की जीत का सबसे बड़ा श्रेय मोदी-शाह की जोड़ी को जाता है !
नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने छठी बार चुनाव जीतकर गुजरात में एक नया इतिहास बनाया है। गुजरात के अलावा भाजपा ने हिमाचल में भी दो तिहाई बहुमत हासिल करके अपना डंका बजा दिया है। देश की 135 करोड़ जनता चाहती है कि सरकार की विकासपरक नीतियां जारी रहें। स्थिति साफ़ हो गयी है कि देश का विश्वास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी नीतियों के प्रति कायम है। अगर थोड़ी कमियां हैं, तो उन्हें दूर
गुजरात चुनाव परिणाम : विकास की राजनीति के आगे चारों खाने चित हुई जातिवादी राजनीति !
हिमाचल को बचाने और गुजरात को पाने का कांग्रेसी सपना बिखर गया। उसकी झोली से एक राज्य और कम हो गया। इस बार उसकी उम्मीद बुलन्दी पर थी। जातिवादी आंदोलन के युवा नेताओं को गले लगाया। बड़े जतन से बनाई गई सेकुलर छवि में बदलाव के लिए प्रयास किए। लेकिन कोई भी नुस्खा काम नही आया। नोटबन्दी, जीएसटी, ईवीएम पर आरोप लगाने जैसे सभी अस्त्र-शस्त्र निरर्थक साबित हुए। इसका दूरगामी प्रभाव
गुजरात-हिमाचल चुनाव परिणाम : भाजपा का विकास पागल नहीं हुआ, अव्वल आया है !
गुजरात के नतीजे ऐतिहासिक रहे हैं। भाजपा का विकास पागल नहीं हुआ है, अव्वल आया है। गुजरात की जनता ने एक बार फिर जातिवाद की राजनीति के विष-बेल को उखाड़कर फेंक दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही देश के सबसे बड़े नेता हैं, यह गुजरात की जनता ने साबित करके दिखाया है। अब 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले यह नतीजे कांग्रेस को नासूर की तरह
एग्जिट पोल : गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भगवा लहराने के संकेत
गुजरात विधानसभा चुनाव में दूसरे दौर का मतदान भी पूरा हो गया। इसी के साथ गुजरात सहित हिमाचल प्रदेश, दोनों राज्यों के एग्जिट पोल भी सामने आ गए। ये पोल विभिन्न चैनलों और एजेंसियों द्वारा करवाए गए सर्वे के आधार पर जारी किए गए। इन एग्जिट पोलों का पूरे देश को बेसब्री से इंतज़ार था। जैसे ही शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे पोल के ज़रिये आरंभिक रूझान आना शुरू हुए, गुजरात और हिमाचल की पूरी तस्वीर साफ
कांग्रेस में राहुल राज : गुजरात चुनाव के नतीजे राहुल गांधी के लिए लिटमस टेस्ट की तरह होंगे !
सोमवार सुबह से ही समाचार चैनल्स ब्रेकिंग न्यूज़ चलाकर राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की बार-बार तस्दीक कर रहे थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इतिहास में यह एक बड़ा घटना विकास था। देश के पहले प्रधानमंत्री पं। नेहरू के पनाती, इंदिरा गांधी के पौत्र, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के पुत्र राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने का हफ्ते भर से गहन विश्लेषण हो रहा था। लेकिन
यूपी में निवेश के लिए माहौल बनाने में जुटी योगी सरकार !
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में निवेश के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है। राष्ट्रीय स्तर पर इसकी चर्चा है। योगी यह भी जानते है कि मात्र सम्मेलन कर लेने से निवेश आकर्षित नही होता है। इसके लिए पहले से इंतजाम करने होते हैं। इसके पहले ये विषय नौकरशाही की प्राथमिकता में नहीं थे, क्योंकि पिछली सपा सरकार ही निवेश के अनुकूल माहौल बनाने के प्रति गम्भीर नहीं थी।
आपके पैसे डुबाने वाला नहीं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने वाला है एफआरडीआई बिल !
भले ही फाइनेंसियल रेज़ोल्यूशन एंड डिपॉज़िट इंश्योरेंस (एफआरडीआई) बिल 2017 अभी संसद की संयुक्त समिति के पास विचाराधीन है, लेकिन भ्रामक एवं तथ्यहीन खबरों की वजह से यह बिल रोज ही अखबारों की सुर्खी बन रहा है। इस बिल को शीतकालीन सत्र में पेश किया जाने वाला है। सरकार के दोनों सदनों में पर्याप्त बहुमत होने के कारण कयास लगाये जा रहे हैं कि यह बिल आसानी से दोनों सदनों में पारित हो
भारत-ईरान की चाबहार परियोजना से सकते में चीन, अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर ओर अपनी कूटनीति का डंका मनवा रहे हैं। वर्षों से चीन भारत को चारों तरफ से घेरने की रणनीति के तहत पड़ोसी देशों में अपनी पैठ बढ़ा रहा है। अब प्रधानमंत्री चीन व पाकिस्तान जैसे देशों को उन्हीं की भाषा में जवाब दे रहे हैं। चीन के बढ़ते प्रभुत्व को कम करने के लिए प्रधानमंत्री ने सबसे पहले “लुक ईस्ट पॉलिसी” को “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” में बदला। आसियान और शंघाई कोऑपरेशन
यूपी निकाय चुनाव परिणामों से क्या सन्देश निकलता है!
गुजरात विधानसभा चुनाव से पूर्व भारतीय जनता पार्टी यूपी निकाय चुनावों की अग्निपरीक्षा में सफल रही। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव वाली लहर को निकाय चुनाव में भी भाजपा कायम रखने में कामयाब रही। उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों के परिणामों ने कांग्रेस की जमीन कुछ हद तक गुजरात के लिए खिसका दी है। इन नतीजों में भविष्य के कई संकेत छिपे हुए हैं।