सत्ता के लोभ में लालू के जंगलराज को शह दे रहे नीतीश
जेल के अन्दर की दुनिया उतनी अँधेरी और मनहूस नहीं होती बशर्ते कि आपके पास पैसा हो, रसूख हो और बाहर आपका गॉडफादर बैठा हो। सियासत और अपराध का ऐसा घालमेल हमें बिहार से अच्छा सिर्फ फिल्मों में ही देखने को मिल सकता है, जहाँ जेल का बड़ा अधिकारी, पुलिस अफसर, माफिया डॉन और नेता मिलकर अपना एकछत्र साम्राज्य चलाते हैं।
बेदम नहीं हैं केजरीवाल पर कपिल मिश्रा के आरोप
अभी विधानसभा चुनावों, उपचुनाव और फिर एमसीडी चुनाव में लगातार मिली पराजयों से केजरीवाल उबरने की कोशिश कर ही रहे थे कि उनकी सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने उनके लिए एक अलग ही तूफ़ान खड़ा कर दिया है। बता दें कि कपिल मिश्रा केजरीवाल सरकार में जल मंत्री के पद पर थे, जिससे उन्हें अभी हाल ही में हटाया गया। पद से हटाए जाने के बाद से वे केजरीवाल खिलाफ बगावती तेवर अपनाए हुए
मोदी के नेतृत्व में लोक-लुभावन योजनाओं से लोक-कल्याणकारी योजनाओं की ओर बढ़ता देश
लोक-लुभावन योजनाएँ अमूमन सत्ता में बने रहने के लिये लागू की जाती हैं। कांग्रेस सरकारों द्वारा लोगों को अनियंत्रित सब्सिडी देना या फिर आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली में आधे बिजली बिल माफ करना आदि को इस श्रेणी में रखा जा सकता है। ऐसी योजनाओं का उद्देश्य लोगों का भला करना कदापि नहीं होता है, जिसके कारण इनका असर अल्पकालिक होता है। इस तथ्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बखूबी वाकिफ हैं।
कुमार विश्वास की बजाय काम पर फोकस करे ‘आप’
एक के बाद एक हार के बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी अब आंतरिक कलह से जूझ रही है। दो ढाई साल पहले जिस पार्टी को दिल्ली की जनता ने प्रचंड बहुमत से दिल्ली की गद्दी सौंपी थी, वो इतने कम समय में ही इतने बड़े कलह का शिकार हो जाएगी, किसी ने सोचा भी नहीं था। पंजाब में हार, दिल्ली उपचुनाव में तीसरे नंबर की पार्टी और फिर दिल्ली नगर निगम में हार के बाद पार्टी के संस्थापकों में से एक कुमार विश्वास ने
मोदी ऐसे नेता बन चुके हैं, जिनका विपक्ष के पास कोई जवाब नहीं है!
पूरे विपक्षी खेमे में कोई एक नेता ऐसा नहीं दिखता जो मोदी के जवाब में खड़ा हो सके। ऐसे में, ये कहना गलत नहीं होगा कि मोदी के आगे विपक्ष एकदम लाजवाब हो गया है। उसके पास न तो कोई नेता है और न ही कोई एजेंडा। दरअसल विपक्ष की इस दुर्गति के लिए काफी हद तक विपक्ष की नकारात्मक राजनीति ही जिम्मेदार है, जिससे जनता का उसके प्रति
आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के भारत दौरे से नये क्षितिज की ओर भारत-आस्ट्रेलिया सम्बन्ध
पिछले दिनों आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल की भारत यात्रा दोनों देशों के संबंधों को नयी सुगंधियों से भर दिया। दोनों देशों ने अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, सीमा पार संगठित अपराध से निपटने में सहयोग, विमानन सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और औषधि इत्यादि क्षेत्रों में एकदूसरे का सहयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त कर द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम देने के साथ आपसी कारोबार एवं भू-सामरिक साझेदारी की नींव रख दी
क्या है भाजपा की लगातार बढ़ रही लोकप्रियता का कारण ?
वर्तमान में देश के लिए भाजपा एक आदर्श सत्तारूढ़ दल है जो अपनी सकारात्मक और तरक्की पंसद सोच के जरिये देश को विकास की राह में आगे बढ़ा रहा है। यही कारण है कि केंद्र में तीन साल की सत्ता के बावजूद भाजपा-नीत नरेंद्र मोदी सरकार की लोकप्रियता में कमी आने की बजाय लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। भाजपा को लगातार चुनावों में मिल रही बम्पर विजय इसीका उदाहरण है। फिलहाल
वो पांच कारण जिन्होंने एमसीडी चुनाव में ‘आप’ की दुर्गति कर दी !
राजनीति का चरित्र सुधारने का दावा करके सत्ता में आये हुए एक व्यक्ति को आज जनता के जनादेश ने यह संदेश दे दिया कि उसी का राजनैतिक चरित्र सवालों के घेरे में है। आखिर क्या कारण है कि जनता के बीच सिर्फ सेवा का दावा करके आये हुए व्यक्ति को आज वो सब कुछ चाहिए जो सेवा के लिए जरूरी नहीं है ? जो नीयत की, शुद्धता की बात करते थे, आज उनकी नीयत पर खुद लोगों ने उंगली
बस कहने भर के लिए राष्ट्रीय पार्टी रह गयी है कांग्रेस !
कांग्रेस अब सिर्फ कहने को देश की एक राष्ट्रीय पार्टी रह गई है। वास्तव में तो वह एक ऐसे कालखंड में प्रवेश कर चुकी है, जहाँ वह अब सिर्फ छह राज्यों – कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मिजोरम, मेघालय में अपने बूते पर और बिहार में जूनियर पार्टनर के तौर पर सत्ता में मौजूद है। वहीं मोदी और अमित शाह की जोड़ी का कमाल ऐसा है कि
योगी सरकार के काम की यही रफ़्तार रही तो जल्द ही उत्तर प्रदेश होगा ‘उत्तम प्रदेश’
योगी सरकार जिस गति से काम कर रही है, यदि ऐसे ही करती रही तो वह दिन दूर नहीं जब देश के बीमारू राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश की हालत में बड़ा सुधार आएगा। चूंकि अब योगी के रूप में एक ऐसा व्यक्ति मुख्यमंत्री है, जिस पर जनता को अटूट विश्वास है और योगी की कार्य गति तथा दृढ इच्छाशक्ति दिखाती है कि वे जनता के विश्वास पर शत-प्रतिशत खरा उतरने के