प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सकारात्मक दिशा में नवीन प्रयोगों और नवाचारों के लिए विश्व भर में ख्यातिलब्ध हैं। हमेशा सकारात्मक दिशा में कुछ नया करने की सतत कोशिश नरेंद्र मोदी को औरों से अलग बनाती है। दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों से यह अपील की है कि वे सीमा पर हर पल तैनात हमारी सेना के जवानों को शुभकामना संदेश भेजें। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीटर एकाउंट पर एक चार मिनट का बेहद प्रेरणादायी वीडियो जारी करके यह अपील की है। उस वीडियो में प्रधानमंत्री ने कहा है कि यदि इस देश के सवा सौ करोड़ देशवासी अपने जवानों को दीपावली का शुभकामना संदेश भेजेंगे तो उनका हौसला सवा सौ करोड़ गुना ज्यादा बढ़ जाएगा। इसके लिए बाकायदे ट्वीटर हैशटैग #SandeshtoSoldiers के साथ प्रधानमंत्री ने ट्वीट भी किया है।
पिछले दो साल से दीपावली के दिन प्रधानमंत्री सियाचीन सीमा पर तैनात जवानों के साथ दीपावली मना चुके हैं। यानी, सेना के जवानों को दीपावली के अवसर पर याद करने का विचार नरेंद्र मोदी ने पहली बार नहीं किया है। हालांकि इसबार उन्होंने दीपावली के दिन सेना को याद करने को देश की आम जनता से जोड़ने की दिशा में प्रयास किया है।
वैसे तो, यह पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली के उपलक्ष्य में देश के वीर सैनिकों को याद किया है। अगर देखा जाय तो पिछले दो साल से दीपावली के दिन प्रधानमंत्री सियाचीन सीमा पर तैनात जवानों के साथ दीपावली मना चुके हैं। यानी, सेना के जवानों को दीपावली के अवसर पर याद करने का विचार नरेंद्र मोदी ने पहली बार नहीं किया है। हालांकि इसबार उन्होंने दीपावली के दिन सेना को याद करने को देश की आम जनता से जोड़ने की दिशा में प्रयास किया है। उन्होंने यह अपील की है कि देश का हर व्यक्ति एक एप्प के माध्यम से अपना संदेश सेना के जवानों तक भेजे। इसमें कोई शक नहीं कि जब पूरा देश छुट्टी लेकर अपने परिवार के साथ दीपावली की खुशियों में शरीक होता है तो हमारी सेना के जवानों दुष्कर परिस्थितियों में हमारी सुरक्षा के लिए पूरी शिद्दत से सीमा पर तैनात होते हैं। हमारी इन छोटी-छोटी खुशियों को महफूज़ रखने के लिए हमारे जवान अपनी तमाम खुशियाँ कुर्बान करते हैं। ऐसे में देश के नागरिकों का भी यह दायित्व बनता है कि वो प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष जैसे भी हो सके इन अवसरों पर अपनी सेना के जवानों को याद करें और उनको अपनी खुशियों का हिस्सेदार बनाएं।
आज अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना के जवानों के लिए यह अपील की है तो इसे एक बेहतरीन पहल के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए। इसमें कोई शक नहीं है कि इस पहल को भी कुछ लोग राजनीतिक चश्मे से शायद देखें अथवा इसका आकलन करें। लेकिन इसका वास्तविक मूल्यांकन तो दीपावली के दिन अपने परिवार से दूर सीमा की सुरक्षा में तैनात एक बहादुर सिपाही के नजरिये से ही किया जा सकता है। मोदी की यह अपील उस नजरिये की अपील है। इस सन्देश को संचार के विविध माध्यमों से भेजा जा सकता है। इसे परम्परागत माध्यम अर्थात पोस्ट-कार्ड आदि के माध्यम से भेज सकते हैं तो वहीँ तकनीक के आधुनिक माध्यमों को भी इस मुहीम के लिए सज्ज किया गया है। इसके लिए बाकायदे एक एप माड्यूल तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति सेना के जवानों के के लिए अपना दीपावली का शुभकामना संदेश भेज सकता है। इस मुहीम के प्रसार के लिए आकाशवाणी, दूरदर्शन आदि से प्रसारण की भी व्यवस्था की गयी है।
इसमें कोई शक नहीं कि देश के जवानों को देश की खुशियों में शामिल करने का प्रधानमंत्री का यह प्रयास बेहद सराहनीय कदम है। इससे सैनिकों का अपने देश की जनता के प्रति विश्वास भी बढेगा और साथ-साथ वे दुगुने हौसले से अपने मुल्क के लोगों की हिफाजत के लिए तैयार रहेंगे। कहा गया है कि युद्ध सिर्फ हथियारों से नहीं बल्कि हौसलों से लड़ा जाता है। ऐसे में सन्देश टू सेना नाम से चलाया जा रहा यह अभियान उनके हमारे जवानों का हौसला आफजाई करने वाला साबित होगा। ऐसी मुहिमों का एक यह फायदा यह भी है कि सेना और समाज के बीच एक संवेदनात्मक संवाद की प्रक्रिया भी शुरू होगी, जो उन्हें जोड़कर रखेगी। देश को अपनी सेना पर गर्व है तो कभी-कभी उस गर्व का दिखना भी जरुरी हो जाता है। इस अभियान की प्रासंगिकता अगर जाननी हो तो सीमा पर डटे उस जवान से जानिये जो पिछले कई दीवाली से अपने घर नहीं जा सका है। लिहाजा हम कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल एक नेक और सही दिशा में की गयी पहल है। देश इस पहल से जुड़कर गर्व की अनुभूति करेगा। हमारे घरों में दीप जलता रहे, इसके लिए जरुरी है कि इस दीवाली हम सेना को सलाम करें।
(लेखक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन में रिसर्च फेलो और नेशनलिस्ट ऑनलाइन के संपादक हैं।)