प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पांच देशों की अपनी यात्रा के तीसरे चरण में आज जिनेवा में स्विस मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ
व्यापारिक गोलमेज बैठक में मुलाकात की। इस बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में एबीबी, लाफार्ज नोवार्टिस, नेस्ले, राइटर, रॉश सहित अनेक स्विस मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
व्यापारिक प्रमुखों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और मिलकर कार्य करना हमारे विकास की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्विस की व्यावसायिक क्षमता इससे लाभान्वित हो सकती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध मजबूत और जीवंत हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में सिर्फ 1.25 अरब का बाजार नहीं है बल्कि देश में कौशल और व्यापार के लिए स्वतंत्र व्यवस्था उपलब्ध कराने वाली एक सरकार है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक मानकों के अनुरूप विनिर्माण करना चाहता है और इसलिए कौशल विकास का स्विस प्रारूप इसके लिए बहुत प्रासंगिक है।
इससे पूर्व दिन में, प्रधानमंत्री ने स्विटजरलैंड के राष्ट्रपति श्नाइडर अम्मान्न के साथ भारत और स्विटजरलैंड के बीच बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। इस वार्तालाप के दौरान व्यापार, प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, अक्षय ऊर्जा में सहयोग पर भी चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि समान प्रतिबद्धताएं, मूल्य, नागरिक से नागरिक और आर्थिक संबंध भारत और स्विटजरलैंड के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।जिनेवा के सीईआरएन में भारतीय वैज्ञानिकों और छात्रों के एक समूह ने भी आज प्रधानमंत्री से मुलाकात की।
स्त्रोत:pmindia.gov.in