370 की कार्यवाही के बाद से पाकिस्तान पीओके के प्रति थोड़ा पजेसिव हो चला था, वहां से आतंकी गतिविधियां जोर पकड़ रही थीं, लगातार सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हो रहा था, इन सबके बीच भारतीय सेना का इस तरह से मुंहतोड़ जवाब देना बहुत सारे सवालों का एक साथ जवाब है। इस एक्शन के बाद अब यह भी माना जाएगा कि वह दिन दूर नहीं जब पीओके पूर्ण रूप से आतंक से मुक्त होगा, पाकिस्तान से मुक्त होगा और भारत के अधिकार क्षेत्र में होगा।
बीते रविवार का दिन भारतीय सेना सहित देश भर के राष्ट्रप्रेमियों के लिए बहुत गर्व भरी सूचना लेकर सामने आया। खबर थी कि भारतीय सेना के जाबांज सैनिकों ने पाकिस्तान के आतंकवादी शिविरों पर जबर्दस्त हमला किया है। सेना के ऑपरेशन में आतंकी शिविरों को तहस-नहस कर दिया गया है।
पीओके स्थित नीलम घाटी में बने हुए लॉन्च पेड को भी सेना ने निशाना बनाते हुए उजाड़ दिया है। इस विषय में जानकारी देते हुए भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने बताया कि भारतीय सेना की इस कार्रवाई में छह से दस पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जबकि पीओके स्थित तीन आतंकी कैंप पूरी तरह ध्वस्त हो गए जिसमें कई आतंकी भी मारे गए हैं।
इस कार्रवाई को भारतीय सेना की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। यह बात सच भी है। दरअसल यह वो मौसम है जब पाकिस्तान भारत में आतंकियों की घुसपैठ के लिए सबसे अधिक प्रयास करता है, लेकिन भारत ने इस कार्यवाही से यही सन्देश दिया कि दुश्मन हमें कभी भी कमजोर समझने की भूल ना करे। आज की इस कार्यवाही से सेना सहित नागरिक भी विशेष आत्मबल का अनुभव करेंगे।
भारतीय सेना की इस कार्यवाही से बहुअर्थी संदेश निकलकर सामने आता है। अव्वल तो देश में नई उर्जा और निर्भयता की भावना का संचार होगा, दूसरा यह कि पीओके को लेकर पिछले दिनों जो भी बयानबाजी सामने आई है, उस पर इस कार्यवाही का सीधा प्रभाव पड़ेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट दो टूक शब्दों में बोला ही था कि पीओके पर अब बात करने का नहीं, एक्शन लेने का समय है। इस क्षेत्र पर पाकिस्तान अपना जबरिया कब्जा जमाकर बैठा है और समूचे विश्व के सामने विक्टिम कार्ड खेलता रहा है।
पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र के महाअधिवेशन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने बौखलाहट भरे अंदाज में कहा भी था कि वे भारत के प्रति अब हमले की कार्यवाही शुरू करेंगे। वास्तव में, कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव तो बढ़ा ही, सारे अन्य समीकरण भी बदल गए।
पाकिस्तान ने आनन-फानन में भारत से अपने व्यापारिक संबंध तोड़ लिए। इसके बाद पाकिस्तान की माली हालत खराब होती चली गई। वहां बेरोजगारी बढ़ गई है। दूध, सब्जी महंगी हो गई है। बिजली उपलब्ध नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान की जनता ही इमरान से खफा है। उनकी यह नाराजगी सोशल मीडिया पर उभरकर सामने आ रही है।
पाकिस्तान की अवाम को यह कहते हुए सुना गया था कि अब भारत जल्द ही पीओके भी ले लेगा। हालांकि उनके सामान्य ज्ञान में त्रुटि है, यह क्षेत्र सहित समूचा कश्मीर भारत का ही हिस्सा है, अविभाज्य अंग है, यह बात अलग है कि पाकिस्तान ने एक टुकड़े पर अपना कब्जा जमा रखा है।
370 की कार्यवाही के बाद से पाकिस्तान पीओके के प्रति थोड़ा पजेसिव हो चला था, वहां से आतंकी गतिविधियां जोर पकड़ रही थीं, लगातार सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हो रहा था, इन सबके बीच भारतीय सेना का इस तरह से मुंहतोड़ जवाब देना बहुत सारे सवालों का एक साथ जवाब है। इस एक्शन के बाद अब यह भी स्पष्ट हो गया है कि वह दिन दूर नहीं जब पीओके पूर्ण रूप से आतंक से मुक्त होगा, पाकिस्तान से मुक्त होगा और यह भारत के अधिकार क्षेत्र में होगा।
भारतीय सेना की इस साहसिक कार्यवाही से सभी देशवासियों के सीने गर्व से चौड़े हो गए हैं और यह पाकिस्तान सहित विश्व को भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष संदेश है कि भारत आतंकवाद के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर अडिग है। आतंकवाद पर इसी प्रकार से कड़ा प्रहार जारी रहेगा। केंद्र सरकार के इस रवैये से निश्चित ही आगामी दिनों के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)