हिंदुस्तान। देश में कालेधन के खिलाफ जारी मुहिम का सकारात्मक असर नजर आने लगा है। एम्बिट कैपिटल रिसर्च के हालिया अध्ययन के मुताबिक केंद्र की मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से कालेधन की अर्थव्यवस्था पर काफी हद तक लगाम लगी है। रिपोर्ट के मुताबिक सरकार के सख्त रुख की वजह से कालेधन के लेनदेन पर होने वाला व्यय 24 फीसदी से बढ़कर 34 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया है। सोने के लेनदेन पर की जा रही सख्त निगरानी के बाद काली कमाई को सोने और गहनों में छिपाना मुश्किल हो गया है। कालेधन पर रोक के अन्य उपायों से रियल एस्टेट में भी काली कमाई को ठिकाने लगाना मुश्किल हो रहा है। यही वजह है कि रियल एस्टेट और जमीन की कीमतों में गत दो साल में गिरावट दर्ज की गई है। नकदी की मांग बढ़ी: रिपोर्ट के मुताबिक सोने और रियल एस्टेट में कालाधान छिपाना मुश्किल होने के बाद नकदी की मांग बढ़ी है। अब लोग कालेधन को नकदी में जमा कर रहे हैं। अब कालेधन को बैंकिंग प्रणाली में डालने से लोग डर रहे हैं, इससे बैंक में नकदी जमा में गिरावट दर्ज की गई है। एक आकलन के अनुसार, रियल एस्टेट में लगे धन का 30 फीसदी कालाधन है।
स्त्रोत:Live hindustan