मिशेल के प्रत्यर्पण ने कांग्रेस की धड़कने बढ़ा दी हैं!

अगस्ता वेस्टलैंड मामले के मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल का प्रत्यर्पण होने के बाद अब विजय माल्या के प्रत्यर्पण की संभावना भी बनी है। यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस की रंगत देखनी होगी जो माल्या, नीरव को भगाने का आरोप वर्तमान सरकार पर लगाते रही है। जबकि मिशेल, क्वात्रोची आदि पर उसकी जुबान नहीं खुलती। यूँ तो विजय माल्या, नीरव मोदी आदि भी कांग्रेस की कुनीतियों की ही उपज थे।

शीशे के घरों में रहने वालों को दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। कांग्रेस पिछले चार वर्षों से यही कर रही है। कुछ दिन तक उसने राफेल डील पर घोटाले का आरोप लगाया था। लेकिन बिना तथ्यों के लगाए गए आरोप ने कांग्रेस की फ्रांस तक जगहँसाई कराई। राहुल द्वारा लगाए गए आरोपों का फ़्रांस तक ने खण्डन किया।

इसी बीच अगस्ता वेस्टलैंड मामले के मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण ने कांग्रेस की धड़कने बढ़ा दी हैं। कांग्रेस की तरफ से इस प्रत्यर्पण को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पर सवाल उठाना हो या कांग्रेस नेता का नाम मिशेल के वकील के रूप में सामने आना, इस बात की तस्दीक भी करता है। हालांकि फजीहत होने पर उस नेता को पार्टी ने निष्काषित कर दिया है।  

2012 में इटली की जांच एजेंसी ने चॉपर डील में दलाली का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि फिन मैकिनिका ने कुछ भारतीय नेताओं और वायुसेना अधिकारियों को रिश्वत देकर सौदा हासिल किया गया था। इटली कोर्ट में फिनमैकिनिक और वेस्टलैंड के जिम्मेदार अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई।

सांकेतिक चित्र

न्यायिक सुनवाई में यूपीए के शीर्ष नेताओं के नाम सामने आए थे। फिनमेकेनिका कंपनी को ठेका देने के लिए हेलीकॉप्टर की उड़ान की अधिकतम सीमा को घटाने का आरोप लगा था। सीबीआई का आरोप था कि उड़ान की ऊंचाई की सीमा घटाने के लिए कई सौ करोड़ रुपये की घूस दी गई। एजेंसी का आरोप है कि ऊंचाई की अधिकतम सीमा तत्कालीन वायु सेना अध्यक्ष एसपी त्यागी की सहमति से कम की गई थी।

सीबीआई ने इस मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी, उनके भाई जूली त्यागी, वकील गौतम खेतान को दिसंबर 2015 में गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने इसके बाद दुबई की महिला कारोबारी शिवानी सक्सेना को भी गत वर्ष  गिरफ्तार किया। जांच के बाद इन आरोपियों व मिशेल के खिलाफ सीबीआई ने 2017 में चार्जशीट दाखिल की गयी थी।

छत्तीस सौ करोड़ रुपए के अगस्ता वेस्टलैंड मामले में क्रिश्चियन पर मनी लॉन्ड्रिंग करने, घूस लेने और धोखाधड़ी करने का आरोप है। वह उन तीन बिचौलियों में से एक हैं, जिनके खिलाफ जांच की जा रही है। गुइदो हाश्के और कार्लो गेरेसा भी इस मामले में शामिल हैं।

गत वर्ष गिरफ्तारी के बाद से मिशेल दुबई की जेल में था। उसे यूएई में कानूनी और न्यायिक कार्यवाही के लंबित रहने तक हिरासत में भेज दिया गया था। भारत ने यूएई से क्रिश्चियन को भारत प्रत्यर्पित करने की आधिकारिक अपील की थी। इस संबंध में यूएई की अदालत को जरूरी दस्तावेज भी सौंपे गए थे।

संप्रग सरकार ने 2010 में रक्षा मंत्रालय के जरिए ब्रिटेन की अगस्ता वेस्टलैंड इंटरनेशनल लिमिटेड को ठेका दिया था। इस मामले में मिशेल का कहना था कि इस डील में दो अन्य बिचौलिए भी थे, लेकिन तत्कालीन भारत सरकार ने फिर क्यों एक व्यक्ति गुइदो हाश्के से इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस हटवाया।

उसका दावा था कि तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री ने इटली के  प्रधानमंत्री के साथ डील की, जिसके बाद गुइदो हाश्के का नाम रेड कार्नर नोटिस से हटाया गया था। आरोप है कि अगस्ता वेस्टलैंड डील के लिए  क्रिश्चियन को करीब तीन सौ पचास  करोड़ दिए गए थे। क्रिश्चियन ने घूस की रकम ट्रांसफर करने के लिए दो कंपनियों ग्लोबल सर्विसेज एफजेडई, दुबई और ग्लोबल ट्रेड एंड कॉमर्स सर्विसेज, लंदन का इस्तेमाल किया।

विजय माल्या

बहरहाल, अगस्ता वेस्टलैंड मामले के मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल का प्रत्यर्पण होने के बाद अब विजय माल्या के प्रत्यर्पण की संभावना भी बनी है। यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस की रंगत देखनी होगी जो माल्या, नीरव को भगाने का आरोप वर्तमान सरकार पर लगाते रही है। जबकि मिशेल, क्वात्रोची आदि पर उसकी जुबान नहीं खुलती। यूँ तो विजय माल्या, नीरव मोदी आदि भी कांग्रेस की कुनीतियों की ही उपज थे।

अभी तक तो कांग्रेस नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर आरोप लगा रही थी। राहुल गांधी ने सूट बूट की सरकार से अपने आरोप की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने इसे पंद्रह उद्योगपतियों की सरकार बताया। विजय माल्या, नीरव मोदी को भगाने वाला घोषित किया। अपनी पार्टी को सर्वहारा की हिमायती बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन कांग्रेस का अतीत जब-तब उसके सामने आकर उसे परेशान करने लगता है। नेशनल हेराल्ड पर सुप्रीम कोर्ट का नया निर्देश, मिशेल का प्रत्यर्पण आदि चीजें उंसकी हकीकत बयान करती हैं।

भाजपा ने कहा कि क्रिश्चियन मिशेल को बचाने के लिए  कांग्रेस ने अपने वकीलों की टीम लगा दी है।  मिशेल के बचाव में कोर्ट में पेश हुए तीनों वकील कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस मिशेल केस से अपने लोगों को हटाना नहीं चाहती। अपने वकीलों के जरिए वह वह केस से जुड़ी जानकारियां हासिल करना चाहती है। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर केस से सिब्बल को हटाया लेकिन मिशेल का बचाव करने के लिए अपने वकीलों को लगा रखा है। यह स्पष्ट है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के मसले पर शीशे के घर में है। सरकार पर निराधार आरोप लगाने का उसका दांव उल्टा पड़ रहा है।

(लेखक हिन्दू पीजी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)