विकास-कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करने में सफल रही है मोदी सरकार

सार्वजनिक सभाओं में आम जनता को लुभाने के लिए घोषणाएं करना नेताओं के लिए आसान बात होती है। लेकिन उसे धरातल पर ला पाना और निश्चित समयसीमा में उस कार्य को वास्‍तविक रूप दे पाना कठिन होता है। बात जेवर एयरपोर्ट की हो, पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे की हो, पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में एयरपोर्ट की सौगात की हो अथवा जनकल्‍याणकारी योजनाओें के क्रियान्वयन की हो, इतना तो तय है कि मोदी सरकार ने अपने दोनों कार्यकाल में तय समय में विकास और जनहित के अनेक बड़े कार्यों को कर दिखाया है।

देश को हाल ही में एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने RAPIDX ट्रेन ‘नमो भारत’ को हरी झंडी दिखाई। 180 किलो मीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चलने वाली यह ट्रेन दुहाई से साहिबाबाद तक के लिए चली। साथ ही इसे दिल्‍ली से मेरठ के बीच चलाया गया। इसके लिए पीएम मोदी गाजियाबाद पहुंचे थे।

इस ट्रेन का सबसे अधिक फायदा दिल्‍ली से मेरठ रूट पर जाने वाले यात्रियों को होगा। इसके तहत दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे पहले हिस्से का उद्घाटन हुआ। आम जनता के लिए यह 21 अक्टूबर से शुरू हो गया है। इसका 82 किमी लंबा प्रथम कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के बीच निर्माणाधीन है।

ऐसा नहीं कि यह ट्रेन केवल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए है बल्कि यह पूरे देश की पहली रीजनल रैपिडएक्स ट्रेन है। रैपिडएक्स ट्रेन में बुजुर्गों, बच्चों, दिव्यांग और महिलाओं के लिए खासतौर पर विशेष व्यवस्था की गई है। यह भी स्‍पष्‍ट करना होगा कि यह ट्रेन दिल्ली मेट्रो से बिल्कुल अलग हैं। रैपिडएक्स ट्रेन में कई सुविधाएं निशुल्‍क मिलने जा रही हैं।

ट्रेन के लोकार्पण के अवसर पर पीएम मोदी ने वसुंधरा सेक्टर-8 में एक जनसभा को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। आज भारत की पहली रैपिड रेल सेवा ‘नमो भारत ट्रेन’ राष्ट्र को  समर्पित हुई है। उन्होंने कहा कि जिसका शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं। इसका मेरठ वाला हिस्सा 1-1.5 साल के बाद पूरा होगा, उस समय भी मैं आपकी सेवा में मौजूद रहूंगा।

उन्‍होंने यह भी कहा कि हमारे यहां नवरात्रि में शुभ कार्य की परंपरा है। देश की पहली नमो भारत ट्रेन को भी मां कात्यायनी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। इस नई ट्रेन में ड्राइवर से लेकर सभी कर्मचारी महिलाएं हैं। ये भारत की नारी शक्ति के बढ़ते कदम का प्रतीक है।

इस ट्रेन का संचालन 160 किमी प्रति घंटे की गति से होगा। रैपिडएक्स ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित होगी। लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप / मोबाइल चार्जिंग सुविधा और डायनेमिक रूट मैप जैसी विशेषताएं इस ट्रेन को आधुनिक का दर्जा  देती हैं। खास बात यह है कि इस ट्रेन में एक बार में 1700 यात्री सफर कर सकेंगे। प्रत्‍येक स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें उपलब्ध हैं।

केंद्र और राज्य में महिला शक्ति को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई गई हैं। देश की पहली रैपिड एक्स को जब प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को समर्पित किया तब भी वहां जनसभा में नारी शक्ति की झलक देखने को मिली। प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में उल्‍लेखनीय बात यह है कि वे जिन योजनाओं का शिलान्‍यास करते हैं, उनका लोकार्पण भी करते हैं। यह केवल कथन नहीं, स्पष्ट यथार्थ है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने जो कहा है, वो किया भी है।

सार्वजनिक सभाओं में आम जनता को लुभाने के लिए घोषणाएं करना नेताओं के लिए आसान बात होती है। लेकिन उसे धरातल पर ला पाना और निश्चित समयसीमा में उस कार्य को वास्‍तविक रूप दे पाना कठिन होता है। बात जेवर एयरपोर्ट की हो, पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे की हो, पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में एयरपोर्ट की सौगात की हो अथवा जनकल्‍याणकारी योजनाओें के क्रियान्वयन की हो, इतना तो तय है कि मोदी सरकार ने अपने दोनों कार्यकाल में तय समय में विकास और जनहित के अनेक बड़े कार्यों को कर दिखाया है।

इतना ही नहीं, मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल को मिलाकर देखा जाए तो देश में सी-प्‍लेन, वंदे भारत एक्‍सप्रेस का जाल, भारतमाला प्रोजेक्‍ट के तहत हाईवे का विकास और स्‍वच्‍छता सर्वे के चलते राज्यों में उत्पन्न स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के फलस्वरूप उपजी सफाई की जन जागरूकता को मील के पत्‍थर के रूप में रेखांकित किया जा सकता है।

(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं। प्रस्तुत विचार उनके निजी हैं।)