कहते हैं कि राह जितनी मुश्किल होगी, जीत उतनी ही बड़ी होगी। कुछ ऐसा ही भारतीय जनता पार्टी के साथ हो रहा है। एक समय केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के लिए कड़ी मेहनत करने वाली अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी की जोड़ी एक के बाद एक जीत का परचम लहराती ही जा रही है। केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद इस जोड़ी ने विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज कर ली है। यूपी जैसे राज्य में जीत दर्ज करने के बाद ऐसा लग रहा है कि मोदी और अमित शाह को जीत की आदत हो गई है। वो हार मानना नहीं जानते हैं। कार्यकर्ता हों या फिर पार्टी के नेता, सबके द्वारा इसे भाजपा की नहीं बल्कि मोदी की जीत से जोड़ा जा रहा है।
यूपी समेत 5 राज्यों के आए विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद ये कहना गलत नहीं होगा कि देश में लोकसभा चुनावों के दौरान जो मोदी लहर थी, वो अब भी जारी है। मोदी के विकास रथ को जनता रूकने नहीं देना चाहती है और लगातार आगे बढ़ा रही है। तमाम राज्यों के समीकरणों पर नजर डालें तो पता चलता है कि 14 राज्यों में भाजपा सत्ता पर काबिज है। कहना होगा कि आम जनता मान रही है कि ये सरकार जमीनी स्तर पर जनता के लिए काम करने वाली जनता की सरकार है।
मोदी अपने नाम के दम पर नहीं, विकास के नारे और उसे धरातल पर क्रियान्वित करके आगे बढ़ें हैं। शायद यही कारण है कि उनकी जीत का रथ आगे और आगे ही बढ़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश में मोदी मैजिक ने विधानसभा के चुनावी इतिहास में अब तक के सारे कीर्तिमानों को ध्वस्त कर दिया। आजादी के बाद शायद यह पहला चुनाव है, जिसमें तीन चौथाई बहुमत के साथ भाजपा ने जीत दर्ज की है। सपा और कांग्रेस गठबंधन करके भी इस विजयी रथ को आगे बढ़ाने से रोक नहीं पाई। बसपा का तो जैसा नामों-निशान ही मिट गया।
कालेधन पर रोक लगाने के लिए नोटबंदी जैसा अहम कदम उठाकर मोदी ने वो कर दिखाया जो आजतक कोई नहीं कर पाया। विपक्षियों द्वारा नोटबंदी को मुद्दा बनाकर हल्ला किया गया, लेकिन मोदी के फैसले के साथ जनता कदम से कदम मिलाकर चली। और इस चुनाव में भाजपा को विजयश्री देकर यह सिद्ध कर दिया कि वो मोदी सरकार के हर निर्णय में साथ खड़ी है। इससे पहले पीओके में घुसकर भारतीय जवानों द्वारा आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक ने सरकार की मज़बूत रक्षा नीति को जनता के सामने लाने का काम किया। विपक्षियों द्वारा कुछ भी कहा जाए और कोई भी आरोप लगाए जाए, लेकिन जनता ने इन विधानसभा चुनावों के नतीजों के जरिये एक बार फिर से मोदी सरकार के प्रति अपना समर्थन व्यक्त कर विपक्षियों को आइना दिखा दिया है।
यूपी समेत 5 राज्यों के आए विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद ये कहना गलत नहीं होगा कि देश में लोकसभा चुनावों के दौरान जो मोदी लहर थी, वो शासन के लगभग तीन साल बाद भी जारी है। मोदी मैजिक में कोई कमी नहीं आई है। मोदी के विकास रथ को जनता रूकने नहीं देना चाहती है और लगातार आगे बढ़ा रही है। तमाम राज्यों के समीकरणों पर नजर डालें तो पता चलता है कि 14 राज्यों में भाजपा सत्ता पर काबिज है। कहना होगा कि आम जनता मान रही है कि ये सरकार जमीनी स्तर पर जनता के लिए काम करने वाली जनता की सरकार है।
(लेखिका पेशे से पत्रकार हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)