अमेरिका यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाशिंगटन में अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) की सालाना बैठक को
संबोधित करते हुए उद्यमियों को भारत में निवेश करने का न्यौता दिया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास को नयी गति को देने के लिये दुनिया को नये इंजन की जरूरत है और वैश्विक विकास के इस इंजन को आगे ले जाने के लिये भारत तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में उनकी सरकार ने आर्थिक सुधारों के लिए ठोस कदम उठाने के साथ साथ भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए है।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एक बड़ा और उभरता हुआ बाजार बन रहा है, लेकिन यह इसके अलावा और भी बहुत कुछ है, भारत में वैज्ञानिक और प्रबंधकीय गुण भी है। उन्होंने कहा कि भारत को अमेरिका से सीख लेने की जरूरत है, अमेरिका का अतीत जितना अच्छा है, भविष्य भी उतना ही रोमांचक है।अमेरिका की वेस्टिंगहाउस कंपनी से छह परमाणु रिएक्टरों की खरीद की घोषणा करते हुए उन्होंने इसे भारत और अमेरिका बीच परमाणु और वैज्ञानिक सहयोग के नये युग की शुरूआत करार दिया। इस कार्यक्रम में अमेजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेफ बेजोस, पेप्सिको की इंद्रा नूयी और बोइंग के मार्क एलेन के साथ विमानन, दूरसंचार, फार्मास्यूटिकल्स, खाद्य और वित्त के क्षेत्र से कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने भाग लिया।