आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत न केवल राष्ट्रीय स्तर पर अपना विकास कर रहा, अपितु वसुधैव कुटुंबकम की भावना के अनुरूप संपूर्ण विश्व को एक परिवार मानते हुए सबके साथ सहयोग-भाव लेकर भी चल रहा है। इंदौर के प्रवासी सम्मेलन में गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने उचित ही कहा कि कोविड काल में जब वैश्वीकरण की संपूर्ण व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी, तब नरेंद्र मोदी ने अनेक देशों की सहायता कर दुनिया को प्रेम और सहयोग का संदेश दिया। नरेंद्र मोदी की वैश्विक नेता की छवि ने हर भारतीय, फिर चाहें वो भारत में रहने वाला हो या प्रवासी हो, सबको गर्व और गौरव करने की वजह दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आने के बाद से ही देशवासियों के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों को भी पूरा महत्व दिया है। अपनी विदेश यात्राओं के दौरान मोदी अक्सर संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से वहाँ रह रहे भारतीयों से संवाद करते हैं। ऐसे आयोजनों में भारतीय प्रधानमंत्री सहित सम्बन्धित देशों के शासक भी मंच साझा करते रहे हैं। इस नीति के दो प्रभाव हुए।
पहला यह कि सम्बन्धित देश में प्रवासी भारतीयों का सम्मान और प्रभाव बढ़ा जिससे वहाँ के शासन की दृष्टि में वे अधिक महत्वपूर्ण हुए। दूसरा यह कि प्रवासी भारतीय, भारत के अधिक करीब आए हैं और भारत की प्रगति में योगदान देना शुरू किया है। वह अपनी मातृभूमि के प्रति दायित्व का निर्वाह करने लगे हैं। नए सिरे से भारतीय सभ्यता-संस्कृति से जुड़ रहे हैं।
उदाहरण के तौर पर काशी के प्रवासी सम्मेलन में प्रवासियों का संस्कृति प्रेम दिखाई दिया था। इस सम्मेलन के बाद प्रवासी भारतीय प्रयाग राज कुंभ में स्नान हेतु गए थे। उनके लिए यह भावनात्मक पल थे। यहां की व्यवस्था देख कर वह प्रभावित हुए थे। प्रयाग राज कुंभ में कायम हुए अनेक वैश्विक कीर्तिमान ने उन्हें गौरवान्वित किया था।
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर में प्रवासी सम्मेलन के सत्रहवें संस्करण का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र अगले पच्चीस वर्षों के अमृत काल में प्रवेश कर चुका है। प्रवासी भारतीय समुदाय को वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को और ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। प्रवासी भारतीय विदेशी धरती पर भारत के ब्रांड एंबेसडर हैं। वह मेक इन इंडिया, योग, आयुर्वेद, कुटीर उद्योग, हस्तशिल्प और बाजरा के ब्रांड एंबेसडर हैं।
दरअसल पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत द्वारा किए जा रहे अभूतपूर्व विकास के कारण आज पूरी दुनिया उत्सुकता से भारत की ओर देख रही है। आज भारत के पास न केवल दुनिया का नॉलेज सेंटर बनने की क्षमता है बल्कि स्किल कैपिटल बनने की भी सामर्थ्य है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। यहाँ तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको सिस्टम है। दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा निर्माण में भी देश अग्रणी है। भारत की इस प्रगति के कारण विश्व में जहां-तहां रह रहे भारतीयों का सम्मान भी बढ़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष भारत दुनिया के जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है, जो कि हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। भारत इस ज़िम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। ये दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है। जब हम भारत की वसुधैव कुटुम्बकम् आधारित विकासपरक सोच एवं विभिन्न विकास क्षेत्रों, तकनीकी आधारित विकास, डिजिटल परिवर्तन, सशक्त फार्मा सेक्टर, पर्यावरण आधारित जीवनशैली एवं विकास गतिविधियां आदि में भारत की क्षमताओं तथा गौरवशाली परंपरा, संस्कृति को वैश्विक स्वर प्रदान कर सकते हैं।
जी-20 समूह विकसित एवं विकासशील राष्ट्रों का विश्व का सबसे बड़ा समूह है। जी-20 के सदस्य मिलकर पच्चासी प्रतिशत वैश्विक जीडीपी, पचहत्तर प्रतिशत वैश्विक व्यापार,नब्बे प्रतिशत पेटेंट के प्रति उत्तरदायी है एवं विश्व की साठ प्रतिशत जनसंख्या इन देशों में निवासरत है। यह वैश्विक स्थिति जी ट्वेंटी को महत्वपूर्ण बनाती है।
इसके अंतर्गत विभिन्न आयोजन स्थलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, मैराथन, सेल्फ़ी विथ मान्यूमेन्ट आदि प्रतियोगिताएँ एवं कार्यक्रम किए जा रहे हैं। जी-20 के इतिहास में पहली बार यह कार्यक्रम छप्पन शहरों में किए जा रहे। आयोजन स्थल के शहरों को भी इसका लाभ प्राप्त होगा। साथ ही, वहां की विशिष्टताओं से भी प्रतिनिधियों का परिचय कराने का अवसर प्राप्त होगा। इस कार्यक्रम से हम भारत की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विविधताओं से भी विश्व को अवगत कराएंगे।
आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत न केवल राष्ट्रीय स्तर पर अपना विकास कर रहा, अपितु वसुधैव कुटुंबकम की भावना के अनुरूप संपूर्ण विश्व को एक परिवार मानते हुए सबके साथ सहयोग-भाव लेकर भी चल रहा है। प्रवासी सम्मेलन में गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने उचित ही कहा कि कोविड काल में जब वैश्वीकरण की संपूर्ण व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी, तब नरेंद्र मोदी ने अनेक देशों की सहायता कर दुनिया को प्रेम और सहयोग का संदेश दिया। नरेंद्र मोदी की वैश्विक नेता की छवि ने हर भारतीय, फिर चाहें वो भारत में रहने वाला हो या प्रवासी हो, सबको गर्व और गौरव करने की वजह दी है।
(लेखक हिन्दू पीजी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वरिष्ठ टिप्पणीकार हैं। प्रस्तुत विचार उनके निजी हैं।)