गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (राजस्थान रोडवेज) देश का पहला निगम हो गया है जिसने अपनी बसों में महिला सुरक्षा के लिये पैनिक बटन के साथ ही स्टिल एवं सी.सी.टीवी कैमरा और जी.पी.एस. व्हीक्ल ट्रेकिंग सिस्टम लगाने का प्रयोग शुरु कर दिया है। इन बसों को महिला गौरव एक्सप्रेस बस का नाम दिया गया है।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने नई दिल्ली के बीकानेर हाउस में निर्भया फंड के अन्तर्गत मदद से राजस्थान रोडवेज की 20‘‘महिला गौरव’’ बसों का शुभारंभ किया। ‘महिला गौरव’बसों को ‘‘पैनिक बटन’’ के साथ-साथ स्टील कैमरा, सी.सी.टी.वी वीडियो रिकोर्डिंग और जी.पी.एस. व्हीक्ल ट्रेकिंग सिस्टम तथा पैंसेजर इन्फॉमेशन सिस्टम (वी.टी.एस/पी.आई.एस. सोल्युशन) सुविधाओं से लैस किया गया है। इन बसों में महिलाओं यात्रियों की सुरक्षा को और अधिक सुरक्षित बनाया गया है। विपरीत परिस्थितियों में महिला यात्री सहित अन्य यात्री भी पैनिक बटन के माध्यम से तत्काल कंट्रोल रूम अथवा संबंधित अधिकारी के मोबाइल पर आपात परिस्थिति की जानकारी पहुंचा सकेगे।
जैसे ही बस में लगे लाल रंग के पैनिक बटन को दबाया जायेगा तो बस का नम्बर उसकी लोकेशन संबंधित सम्पूर्ण जानकारी तुरंत मुख्य प्रबन्धक के पास पहुंच जायेगी और रोडवेज के अधिकारी उनकी सहायता के लिए तुरंत आवश्यक कार्यवाही कर सकेगें। इस पैनिक बटन को भविष्य में महिला सहायता हैल्थ लाइन से भी जोड़ा जायेगा। वाहन के भीतर हाई रिज्यूलेशन एवं नाईट विजन युक्त सीसीटीवी वीडियो कैमरे लगाये गये है, जो वाहन के अन्दर की समस्त गतिविधियों को रिकार्ड कर सकेंगे। बस यात्रा की सम्पूर्ण गतिविधियों को सहेज कर रखने के लिए इसमें स्टील व वीडियो रिकार्डिंग की सुविधा भी है जिसका डाटा 30 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकेगा तथा विशेष परिस्थितियों से इसका उपयोग किया सकेगा।
महिला गौरव एक्सप्रेस बस शुभारंभ पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्री मेनका गांधी, नेशनल वुमन कमीशन की अध्यक्ष श्रीमती ललिता कुमारमंगलम, राजस्थान के सार्वजनिक निर्माण एवं परिवहन मंत्री श्री युनूस खान, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के सचिव श्री संजय मित्रा और राजस्थान रोडवेज के अध्यक्ष एवं राज्य के प्रमुख परिवहन सचिव श्री शेैलेन्द्र अग्रवाल भी उपस्थित थे।
इस मौके पर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि केन्द्र सरकार राजस्थान रोडवेज की सभी बसों में सी.सी.टीवी कैमरा व व्हीक्ल ट्रेकिंग सिस्टम तथा पैंसजर इन्फोर्मेशन सिस्टम विकसित करने के लिए राज्य सरकार को निर्भया फंड के अन्तर्गत मदद प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में सभी बसों में उनके निर्माण के स्तर पर ही यह सुविधाएं उपलब्ध हो ऎसे प्रयास होने चाहिए। उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे को रोडवेज की बसों में देश में सबसे पहले महिला सुरक्षा के लिए किये गये अभिनव प्रयास के लिए बधाई दी।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने इस नये सिस्टम की जानकारी देने के लिए हर बस और सार्वजनिक स्थलों पर पैम्पलेट और पोस्टर चस्पा करने का सुझाव दिया और राजस्थान रोड़वेज द्वारा की गई पहल को महिला सुरक्षा की दृष्टि से मील का पत्थर बताया। नेशनल वुमन कमीशन की अध्यक्ष श्रीमती ललिता कुमारमंगलम ने कहा कि निर्भया फंड का इससे बेहतर उपयोग नहीं हो सकता।
इस अवसर पर राजस्थान के परिवहन मंत्री श्री युनूस खान ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा रोड़वेज की बसों में महिलाओं को किराये में 30 प्रतिशत छूट प्रदान की जा रही है। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बहुत ही संवेदनशील है। उन्होने बताया कि महिलाओं को सस्ती सुलभ एवं सुरक्षित यात्रा सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से शुरू की गई महिला गौरव एक्सप्रेस बसों में पैनिक बटन और अन्य तकनीकी का प्रयोग आरंभ में बीस बसों में किया गया है। उन्होने बताया कि भारत सरकार के 50 प्रतिशत सहयोग से पहले चरण में रोड़वेज की 2382 बसों में इस तकनीक का प्रयोग किया जायेगा। बाद में इसका विस्तार रोड़वेज की सभी 4500 बसों में किया जायेगा। उन्होने बताया कि राजस्थान रोड़वेज महिला कल्याण के लिए काफी प्रभावी कार्य कर रही है। रोड़वेज की बसों में करीब 33 प्रतिशत महिला सवारी यात्रा करती है। जिनमें से करीब 10प्रतिशत महिला अकेली होती है उनकी सुविधा एवं सुरक्षा हेतु यह पैनिक बटन एवं वीडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा काफी महत्वपूर्ण है। श्री खान ने बताया कि रोड़वेज की प्रीमियम बसों में आगे की चार सीटे अकेली महिला यात्रियों के लिए रिजर्व रखी जाती है। इसी तरह राजस्थान रोड़वेज देश की एकमात्र सार्वजनिक परिवहन सेवा प्रदाता है जो सभी आयु की महिलाओं को रियायत दरों पर यात्रा सुविधा प्रदान करती है तथा महिला दिवस एवं रक्षा बंधन पर महिला यात्रियों को पूर्ण रूप निशुल्क यात्रा सेवा प्रदान की जाती है।
(लेखक राजस्थान सूचना केन्द्र, नई दिल्ली में अतिरिक्त निदेशक हैं, यह लेख १० जून को पीआइबी की वेबसाइट पर प्रकाशित हुआ था )