प्रधानमंत्री मोदी के कैबिनेट मंत्रियों पर गौर किया जाए तो इस वक़्त तीन महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सूचना प्रसारण मंत्रालय संभाल रहीं स्मृति ईरानी और अब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण। निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनने में कहीं न कहीं तमाम महिलाओं के लिए यह सन्देश भी छिपा है कि अगर उनके मन में लगन है तो अपनी मेहनत और लगन से फर्श से अर्श तक का सफर तय कर लेंगी।
केंद्र की सत्ता संभालने के बाद देश के विकास में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने कई सकारात्मक कदम उठाए। ग्रामीण महिलाओं को परेशानियों से निजात दिलाने हेतु उज्ज्वला योजना की शुरूआत की गई और महिलाओं के उत्थान के लिए कई कार्यक्रमों को धरातल पर उतारा गया। महिलाओं को सशक्त करने की ओर बढ़ रहे कदमों के क्रम में ही एक बड़ा कदम मोदी सरकार की कैबिनेट में निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण दायित्व दिया जाना है।
कैबिनेट का विस्तार करते हुए पीएम मोदी ने निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय का कार्यभार सौंपा। इससे पहले वो वाणिज्य मंत्रालय की कमान अपने हाथों में लिए थीं और अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रही थीं। निर्मला सीतरमण भारत की पहली ऐसी महिला बन गई हैं, जिनके पास पूर्णकालिक रूप से रक्षा मंत्रालय होगा। इससे पहले इंदिरा गांधी ने जब पीएम की कुर्सी संभाली थी, तब उनके पास भी रक्षा मंत्रालय रहा था।
रक्षा मंत्रालय की कमान निर्मला सीतारमण को मिलने के बाद सबकी निगाहें परीक्षा के रिजल्ट पर टकटकी लगाए देख रही हैं। शपथ ग्रहरण समारोह के बाद जैसे ही उन्होंने सेना में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाने की बात कही है, उससे आम जनता की उम्मीदें और भी बढ़ गई है। आशा और उम्मीदें कई हैं, खासकर उन महिलाओं को जो सेना में शामिल होने और सरहदों पर देश की रक्षा करने के लिए बेताब है, बस तलाश है तो मौके की। निर्मला सीतारमण के आने के बाद मौके की आहट अब सुनाई देने लगी है। इसी साल भारतीय सेना ने बड़ा बदलाव करते हुए फैसला लिया है कि अब पुरुष सैनिकों के साथ महिला जवान भी लड़ाई के मैदान में नजर आएंगी। आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि महिलाओं को लड़ाकू भूमिका में लाने की प्रक्रिया पर तेजी से काम चल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के कैबिनेट मंत्रियों पर गौर किया जाए तो इस वक़्त तीन महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सूचना प्रसारण मंत्रालय संभाल रहीं स्मृति ईरानी और अब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण। निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाकर कहीं न कहीं सरकार द्वारा तमाम महिलाओं को ये संदेश देने की कोशिश की गई है कि अगर उनके मन में लगन है तो अपनी मेहनत और लगन से फर्श से अर्श तक का सफर तय कर लेंगी।
(लेखिका पेशे से पत्रकार हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)