अनुच्छेद-370 हटने के बाद बदलाव की राह पर बढ़ रहा जम्मू-कश्मीर
बदलाव यह भी हुआ है कि अब जम्मू-कश्मीर के सरकारी कार्यालयों पर तिरंगा लहराने लगा है। भारतीय पर्वों को भी उल्लास के साथ खुलकर मनाया जाने लगा है।
यूपी : विकास के मुद्दे पर अडिग भाजपा
यूपी में सपा-बसपा की पिछली दोनों सरकारों ने जहाँ जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति की वहीं वर्तमान भाजपा सरकार विकास की राजनीति कर रही है।
पश्चिम बंगाल : सुशासन की अवधारणा को साकार करने वाला है भाजपा का संकल्प पत्र
बंगाल चुनाव की बेला में अब राजनीतिक दल अपना घोषणा-पत्र लेकर आ गए हैं। पहले टीमएसी ने अपना चुनावी घोषणा-पत्र जारी किया और उसके कुछ ही दिनों बाद भाजपा ने भी अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है
बंगाल चुनाव : विक्टिम कार्ड खेलकर मुद्दों से ध्यान भटकाने की नाकाम कोशिश करतीं ममता बनर्जी
बंगाल राज्य इन दिनों अराजकता और रक्तपात का गढ़ बन चुका है। वही बंगाल जिसकी मूल पहचान कला, साहित्य से थी, अब हिंसा, घृणा का पर्याय बन चुका है।
पश्चिम बंगाल चुनाव : ये लड़ाई सत्ता परिवर्तन की नहीं, बंगाल को ‘सोनार बांग्ला’ बनाने की है
यूँ तो भाजपा हर चुनाव को लेकर गंभीर रहती है, लेकिन बंगाल में बनी राजनीतिक स्थितियों को समझें तो भाजपा अपनी पूरी शक्ति बंगाल के विजय के लिए लगा रही है।
पश्चिम बंगाल : भाजपा की परिवर्तन यात्रा ने बढ़ाई ममता की परेशानी
भाजपा की इस परिवर्तन यात्रा को बंगाल चुनाव की बड़ी तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। इस यात्रा के माध्यम से व्यापक जनसंपर्क अभियान को गति प्रदान की जाएगी।
अनुच्छेद-370 हटने के बाद तेजी से बदल रहा जम्मू-कश्मीर, आतंकी घटनाओं में आई कमी
अनुच्छेद-370 हटने के बाद जो अनेक सकारात्मक संकेत हमें देखने को मिल रहे हैं, यही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास को सुनिश्चित करेंगे।
बंगाल में बह रही बड़े राजनीतिक बदलाव की बयार
बंगाल के चुनावों की तैयारी करने से पहले ममता बनर्जी को देश में हुए ताज़ा चुनाव परिणामों पर नज़र डालनी चाहिए ताकि उन्हें वोटर का मनोविज्ञान समझने में आसानी हो।
कम्युनिस्ट से टीएमसी तक : पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के उत्तरदायी घटक
जो बंगाल कला-संस्कृति की समृद्ध विरासत के लिए पूरी दुनिया में विख्यात रहा है, वह आज हिंसा, रक्तपात, राजनीतिक हत्याओं के लिए जाना-पहचाना जाने लगा है।
कश्मीर की शांति बिगाड़ने के लिए सक्रिय हुआ गुपकार गिरोह, अमित शाह ने लिया आड़े हाथ
जम्मू-कश्मीर में हुई सुधारात्मक पहलों को अपनी निजी क्षति मानकर बैर पाल रहे नेता अब प्रदेश में दोबारा अराजकता लाना चाहते हैं। इसलिए ये गुपकार गठबंधन के रूप में सक्रिय हो रहे हैं।