जूट उद्योग के पुनर्जीवन में कामयाब रही मोदी सरकार
औद्योगिक हिंसा, बार-बार तालाबंदी और मंदी के कारण बदनाम हो चुके जूट उद्योग का सूर्योदय होने लगा है। दुनिया भर में प्लास्टिक उत्पादों के खतरों और मोदी सरकार द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक थैलियों पर प्रतिबंध के बाद जूट से बने सामानों की मांग में अचानक तेजी आई है। स्थिति यहां तक आ गई है कि पूरी क्षमता पर काम करने के बावजूद कारोबारी निर्यात आर्डर पूरा नहीं कर पा रहे हैं।