देश के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए क्रांतिकारी कदम सिद्ध होगा नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा। वर्तमान स्वास्थ्य सेवाओं को अगले लेबल तक ले जाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
दवाओं और मेडिकल उपकरणों का घरेलू उत्पादन बढ़ाने की कवायद
भले ही भारतीय डॉक्टरों का दुनिया भर में डंका बज रहा हो लेकिन बल्क दवाएं और मेडिकल उपकरण दो ऐसे क्षेत्र हैं जहां भारत की आयात पर निर्भरता बहुत अधिक है। गौरतलब है कि भारत बल्क दवाओं की अपनी जरूरतों का 70 प्रतिशत आयात करता है जिसमें सबसे ज्यादा आयात चीन से होता है।
बिहार में 23 हजार लोगों पर एक डॉक्टर है और लालू के घर डॉक्टरों की पूरी टीम तैनात कर दी गयी!
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक़ बिहार में 23 हजार लोगों पर एक डॉक्टर है, जो कि साफ़ तौर पर बिहार में डॉक्टरों की कमी की कहानी कहता है। अब जिस राज्य में डॉक्टरों की ऐसी कमी हो, वहाँ खुद स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के तीन बड़े डॉक्टरों और दो नर्सों को अपने घर पर नियुक्त कर देना एक गैरजिम्मेदाराना रवैया तो है ही, साथ ही नेताजी के सिर पर सवार हो चुके सत्ता