परमपिता

गुरुनानक देव : जिन्होंने मानव को सांसारिक जीवन में रहते हुए ईश्वर को पाने का मार्ग दिखाया

जब गुरुनानक देव जी कहते हैं कि “एक ओंकार, सतनाम”, तो उनके आध्यात्म की इस परिभाषा को केवल उनके अनुयायी ही नहीं बल्कि प्राचीन वेद विज्ञान से लेकर आधुनिक विज्ञान भी स्वीकार करने पर विवश हो जाता है।