मध्य प्रदेश : सांस्कृतिक जगत की महान उपलब्धि है एकात्मधाम
आदि शंकराचार्य संसार में सर्वत्र एक ही ईश्वरीय सत्ता का निर्देश कर मनुष्य को मनुष्य से ही नहीं प्रत्युत समस्त जीवजगत और वनस्पति जगत से भी जोड़ देते हैं।
मध्य प्रदेश : समाज को स्नेह-सूत्र में बाँधने निकले संत
मध्य प्रदेश के गाँव-गाँव जब ये संत पहुँच रहे हैं, तब समाज का विश्वास बढ़ानेवाले दृश्य दिखायी दे रहे हैं। एक ही संदेश कि हम सब एक ही माला के मोती हैं।
मध्य प्रदेश : सामाजिक समरसता का केंद्र बनेगा संत रविदास मंदिर
समरसता यात्राओं में लोगों की सहभागिता इस विश्वास को पूरी तरह से पक्का करती है कि संत रविदास मंदिर सामाजिक समरसता का केंद्र बनेगा।
मध्य प्रदेश : शिवराज सरकार की सक्रियता से किसानों के विकास और कृषि कार्यों को मिल रही गति
शिवराज सरकार के प्रयासों से प्रदेश में सिंचाई का रकबा विगत वर्षों में बढ़ा है। प्रदेश में वर्ष 2003 में जहाँ सिर्फ सात लाख हेक्टेयर के आसपास सिंचित भूमि थी।
मध्य प्रदेश : महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध शिवराज सरकार
समाज में मातृशक्ति के महत्व और भूमिका को रेखांकित कर, उसके स्वाभिमान एवं सम्मान को बढ़ाने में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनेक आवश्यक कदम उठाए हैं।
कृषि-औद्यौगिक विकास का आधार बनेगी केन-बेतवा नदी परियोजना
केंद्र और दोनों प्रदेशों की सरकारें भारतीय जनता पार्टी की होने के चलते 35,111 करोड़ रुपए की इस परियोजना को मंजूरी मिल गई है।
केन-बेतवा परियोजना से संवरेगा बुंदेलखड
इस परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश में दो बैराज भी बनने हैं जिससे 103 मेगावाट जल उर्जा और 27 मेगावाट सौर उर्जा का उत्पादन किया जा सकेगा।
मध्य प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ कानून का विरोध कांग्रेस की नीयत पर गहरे सवाल खड़े करता है
यह कानून उन अपराधियों के लिए है, जो नाम बदलकर बेटियों को बहकाते हैं और उनका मतांतरण करवाते हैं। निश्चित ही इस कानून से महिलाओं को सुरक्षा मिले।
कमलनाथ ने नया कुछ नहीं कहा, महिलाओं के प्रति कांग्रेस की सोच ही यही है
कांग्रेस पार्टी महिलाओं के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम करती है। कांग्रेस के तमाम बड़े नेता समय-समय पर महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करते रहे हैं
राजस्थान : कांग्रेस की आपसी कलह का भांडा भाजपा के सिर क्यों फोड़ा जा रहा ?
कांग्रेस की इस स्थिति के लिए पूरी तरह से कांग्रेस ही ज़िम्मेदार है, तिसपर पार्टी के बहुत से लोगों को अब भी गाँधी परिवार के परे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा।