‘मोदी ने महागठबंधन के विषय में जो कहा था, वो एकदम सच साबित हुआ’
शिखर पर तो दोनों पार्टियों की दोस्ती हो गई। लेकिन जमीन पर ऐसा खुशनुमा माहौल नहीं बन सका। डेढ़ दशक तक दोनों के बीच तनाव रहा। इनके लिए यह सब भूल जाना मुश्किल था। पहले कांग्रेस फिर बसपा से गठबन्धन के समय अखिलेश यादव ने दूरदर्शिता से काम नहीं लिया जिसके चलते सपा को नुकसान उठाना पड़ा। वैसे भी इस तरह के सिद्धांतहीन गठजोड़ का यही हश्र होना था।
‘2019 का जनादेश कोई चमत्कार नहीं, मोदी के लोक-कल्याणकारी कार्यों का प्रतिफल है’
विपक्षी दल मोदी पर जुमलेबाज होने का आरोप लगाते आए हैं। उनका कहना है कि मोदी केवल बातें बड़ी करते हैं, काम नहीं करते। लेकिन इन दलों से अब पूछा जाना चाहिए कि क्या बिना काम किए ही मतदाताओं ने दुबारा मोदी को चुन लिया? मोदी ने पिछले 5 साल में जो काम किए हैं, उसका ही प्रतिफल जनता ने उन्हें अपनी कीमती वोट के रूप में दिया है।
मोदी की सुनामी में ध्वस्त हुए जातिवादी समीकरण
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा का गठबन्धन भी समीकरण के हिसाब से हुआ था। ये सारे समीकरण जातिवादी मतों के फार्मूले से बनाये गए थे। लेकिन ये जातिवादी दल समझ ही नहीं सके कि गरीबों के लिए चलाई गई मोदी सरकार की योजनाओं से करोड़ो लोग सीधे लाभान्वित हो रहे हैं, जिनमें सभी जाति वर्ग के लोग शामिल हैं। ऐसे लोगों ने जातिवादी
ये मोदी के नए भारत का जनादेश है!
यह जनादेश मोदी के नए भारत का जनादेश है, जिसमें जाति-पाति, क्षेत्र, वर्ग, भाषा, परिवारवाद आदि की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं, बल्कि इसके मूल में भारत को सुविकसित विश्वशक्ति बनाने की भावना है। लोगों को मोदी की योजनाओं और नीतियों में भारत-निर्माण की उस अवधारणा के दर्शन हो रहे हैं, जिसमें सब एक समान हैं और किसीके प्रति कोई भेदभाव नहीं है।
कांग्रेस का काला अतीत बढ़ा रहा उसकी मुश्किलें
राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिना सबूतों, आधार के निजी हमले करते आ रहे थे, ऐसे में अब मोदी ने उन पर करारा पलटवार कर दिया है। उन्होंने राहुल को उनके काले अतीत का आईना दिखा दिया है। रामलीला मैदान में हुई चुनावी सभा में बोलते हुए मोदी ने जनता को बताया कि राहुल गांधी को भ्रष्टाचार किस प्रकार विरासत में मिला है।
मोदी के नेतृत्व ने स्वच्छता को जनांदोलन बना दिया!
साफ-सफाई के बहुआयामी लाभों के बावजूद भारत इस मामले में पिछड़ा रहा तो इसका कारण यह है कि आजाद भारत की सरकारों की प्राथमिकता सूची में स्वच्छता को कभी जगह ही नहीं मिली। साफ-सफाई को जनांदोलन का रूप नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कुप्रवृत्ति को बदल दिया। “मोदी है तो मुमकिन है” का ही नतीजा है कि आज पूरा देश स्वच्छता के प्रति सजग हो चुका है।
मोदी की विदेश यात्राओं पर सवाल उठाने वालों पर तमाचा है अजहर पर वैश्विक प्रतिबंध
यह देश के हर नागरिक के लिए गर्व की बात है कि चार बार खारिज हो चुके प्रस्ताव को आखिर अब जाकर मंजूरी मिली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्य देशों (स्थायी-अस्थायी) का समर्थन जुटाना बहुत बड़ी उपलब्धि है जो कि भारत की कूटनीतिक क्षमता को दर्शाती है।
मोदी सरकार की बड़ी कूटनीतिक कामयाबी है मसूद अजहर का अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित होना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर उंगली उठाने वाले, उन्हें अनिवासी प्रधानमंत्री की उपाधि देने वाले नेता-बुद्धिजीवी-मीडिया की तिकड़ी उस समय खामोश हो गई जब संयुक्त राष्ट्र ने आतंक का पर्याय बने मौलाना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया।
चार चरण के मतदान के बाद किस तरफ है हवा का रुख?
चौथे दौर का चुनाव ख़त्म हो गया है, इसके बाद सत्ताधारी दल और विपक्षी दलों ने अपना हिसाब-किताब लगा लिया होगा। कुछ पार्टियों के लिए जंग ख़त्म हो गयी है तो कुछेक पार्टियों के लिए अभी एक बड़ी लड़ाई बाकी है। दक्षिण और पश्चिम भारत में मतदान हो गया है, लेकिन अभी बड़ी लड़ाई उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और बिहार
बनारस ने बता दिया कि 2019 की मोदी लहर 2014 से भी बड़ी है!
बीएचयू के लंका गेट पर जब मोदी पहुंचे तो समर्थकों का भारी जनसैलाब देखते ही बनता था। उन्होंने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और अमूर्त प्रेरणाओं से इस प्रकार अपने अंदाज में आर्शीवाद प्राप्त किया। इसके बाद रोड शो का आरंभ हुआ जो कि अपने आप में एक दृष्टांत बन गया। दृष्टांत इस अर्थ में कि किसी भी