सामाजिक न्याय का अतिवंचित तक विस्तार करने की दिशा में प्रयासरत योगी सरकार !
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सामाजिक न्याय के विस्तार के लिए प्रयासरत दिख रहे हैं। उनकी मंशा आरक्षण के लाभ को अतिदलित और अतिपिछड़े वर्ग तक पहुंचाने की है। इसका ऐलान उन्होंने विधानसभा में किया। वैसे, आरक्षण का विषय संवेदनशील होता है। फिर भी समाज के वंचित वर्ग को इस माध्यम से बराबरी पर लाने की आवश्यकता है। लेकिन, इतने दशक बीतने के बाद भी आरक्षित वर्ग का
सुशासन और विकास की राजनीति से विपक्ष को जवाब !
इसमें संदेह नहीं कि दो उपचुनाव की जीत ने उत्तर प्रदेश में विपक्ष का मनोबल बढाया था। लेकिन, यह माहौल कुछ दिन ही कायम रहा। योगी सरकार ने एक वर्ष की उपलब्धि से एक बार फिर राजनीति की दिशा बदली है। क्योंकि, इन उपलब्धियों के माध्यम से योगी आदित्यनाथ ने सपा और बसपा सरकार की जातिवादी, परिवारवादी और भ्रष्ट व्यवस्था को भी उजागर किया है। एक वर्ष की उपलब्धियों के माध्यम से मुख्यमंत्री
पर्यटन क्षेत्र के विकास में जुटी योगी सरकार, होंगे कई लाभ !
विश्व में ऐसे अनेक देश हैं, जिन्होंने पर्यटन को अपनी राष्ट्रीय आय का बड़ा साधन बना लिया है। इससे परोक्ष और अपरोक्ष रोजगार के जो अवसर मिलते है, वह अलग हैं। लेकिन पूर्व सरकारों द्वारा भारत मे इस क्षेत्र पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यटन बढ़ाने के लिए अभियान शुरू किया है। उत्तर प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद इस पर ओर गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है।
अन्य राज्यों के लिए प्रेरणादायक है अपराध के खात्मे का ‘योगी मॉडल’ !
किसी भी आबादी में समाज और सभ्यता की शुरुआत तब से मानी जा सकती है जब वहां उस समाज के सदस्यों के द्वारा किये जा रहे क्रियाकलापों का अच्छे-बुरे में वर्गीकरण होने लगता है। कुछ हरकतों को समाज वर्ज्य घोषित कर देता है एवं इन्हें समाज की अवधारणा और स्थायित्व के लिए खतरा मान लिया जाता है। ऐसा करने पर कठोर सज़ा का प्रावधान भी समाज द्वारा किया जाता है एवं इसे अपराध बोला जाता है।
योगी सरकार की सख्ती से यूपी में टूट रही अपराधियों की कमर !
एक समय अपराध और असुरक्षा के लिए कुख्यात उत्तर प्रदेश अब अपराधियों की धरपकड़ के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। यह तो किसी से छिपा नहीं है कि पिछले लगभग दशक-डेढ़ दशक के दौरान सपा-बसपा सरकारों के शासन में उत्तर प्रदेश अपराध का पर्याय बन गया था। दिनदहाड़े लूट, हत्या, वसूली, छेड़छाड़, बलात्कार, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों को बेख़ौफ़ अंजाम दिया जाता था। वहीं पुलिस राजनीतिक
इन्वेस्टर समिट में दिखा जीवन के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक पक्षों का सार्थक समन्वय !
जीवन के आर्थिक या भौतिक पहलुओं का महत्व अपनी जगह है। विकास, निवेश, जीवन यापन को आसान बनाने वाले उपक्रम इसी के अंतर्गत आते हैं। इन पर सकारात्मक कार्य करना सरकार की जिम्मेदारी होती है। इसी आधार पर उसका मूल्यांकन भी होता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए राजधानी लखनऊ में दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया। यह एक सफल और ऐतिहासिक आयोजन था। प्रधानमंत्री नरेंद्र
यूपी के अच्छे दिन लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी इन्वेस्टर समिट !
कई बार बिना किसी विशेष योजना के भावपूर्ण और सार्थक चित्र उभरते हैं। लखनऊ की इन्वेस्टर्स समिट में यह दृश्य दिखाई दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्वेस्टर्स समिट की डाक्यूमेंट्री को जारी किया, जिसकी शुरुआत कई छोटे कुम्भों के द्वारा एक बड़े कुंभ के भरने के प्रभावी दृश्य से होती है। इसके कई अर्थ हैं। इन्वेस्टर्स समिट के लिए यह प्रतीक बेहरतीन था। नरेंद्र मोदी ने कहा भी कि योगी सरकार ने माहौल बदला है।
विकास की योजनाओं को जमीन पर साकार करने वाला है योगी सरकार का बजट !
योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के समग्र विकास की जो रणनीति बनाई है, बजट के माध्यम से उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की दिशा में एक ठोस कदम भी बढ़ा दिया है। इन्वेस्टर समिट से लेकर केंद्र की योजनाओं को प्रदेश में लागू करना योगी सरकार की प्राथमिकता में रहा है। पिछले दस महीने में सरकार ने इसी दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। अब सरकार ने किसान, कृषि, गांव, फसल खरीद केंद्र, बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ सेवाएं, शिक्षा, निवेश, उद्योग आदि सभी क्षेत्रों की बेहतरी के प्रस्ताव अपने बजट में किये गए हैं।
‘इन्वेस्टर्स समिट’ के द्वारा यूपी के विकास की नयी इबारत लिखने में जुटी योगी सरकार !
उत्तर प्रदेश की पिछली दोनों सरकार को पूर्ण बहुमत से अपना कार्यकाल पूरा करने का अवसर मिला था। उनके मुख्यमंत्रियों के लिए अपने कतिपय ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में भी आसानी थी। शायद उन्होने कुछ ड्रीम प्रोजेक्ट बनाये भी थे और इनकी चर्चा भी खूब होती थी । लेकिन प्रदेश के सर्वांगीण विकास या बीमारू छवि से प्रदेश को बाहर निकालने के प्रति इन सरकारों में पर्याप्त गंभीरता दिखाई नहीं दी थी। वर्तमान
यूपी के सुशासन के कारण अन्य प्रदेशों में भी बढ़ रही योगी की लोकप्रियता !
पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गुजरात, मुम्बई और नोयडा की यात्राएं चर्चित रहीं। गुजरात में वह चुनाव के सिलसिले में गए थे। गुजरात के जनमानस ने उनके प्रति बहुत उत्साह दिखाया। मुम्बई वह निवेश हेतु आयोजित समिट में शामिल हुए थे। यहां देश के शीर्ष उद्योगपतियों से उनकी सार्थक वार्ता हुई। अब नोएडा की यात्रा मील के पत्थर की भांति दर्ज होगी। योगी ने नोएडा को लेकर दशकों से जारी पूर्व