रामसेतु

रामजन्मभूमि से प्राप्त हो रहे ऐतिहासिक अवशेषों पर छद्म-धर्मनिरपेक्षों को सांप सूंघ गया है

बार-बार प्रमाण प्रस्तुत करने के बावजूद ऐसे लोगों ने राम मंदिर के अस्तित्व को अस्वीकार करने में कोई कोर कसर बाक़ी नहीं रखी। जो अयोध्या राममय है, जिसके पग-पग परa श्रीराम के चरणों की मधुर चाप सुनाई पड़ती है, वहाँ वे बाबर की निशानदेही तलाशते रहे।

राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस की रामभक्ति पर कोई कैसे यकीन करे!

मध्यप्रदेश में कांग्रेस का नया रूप दिखाई दिया। चुनाव ने उसे रामभक्त बना दिया है। उसने ‘राम वनगमन पथ यात्रा’ निकाली। इसमें श्रीराम जानकी के जयकारे लगे। कांग्रेस द्वारा पन्द्रह  दिन की यात्रा में पैंतीस विधानसभा क्षेत्रों पर नजर रखी गई। रामघाट, गुप्त गोदावरी, मैहर अमरकंटक तक राजनीतिक सन्देश दिया गया।