कई अर्थों में ऐतिहासिक साबित हुई नौ नवम्बर की तारीख
देश के बहुचर्चित रामजन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट का बहुप्रतीक्षित फैसला आ चुका है। यह निर्णय वास्तव में राष्ट्र के हित में आया है, राष्ट्र की एकता व अखंडता, सामाजिक सौहार्द्र के पक्ष में आया है। कानूनी निष्कर्ष की बात करें तो विवादित भूमि रामलला को दिए जाने और मस्जिद के लिए मुस्लिम पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड को पृथक से निर्माण के लिए 5 एकड़ भूमि दिए
पाकिस्तान में सिख और हिन्दू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन पर खामोश क्यों है सेकुलर ब्रिगेड?
एक तरफ पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर बनवाकर पूरी दुनिया की वाहवाही लेना चाहता है, तो वहीं दूसरी तरफ उसका एक ऐसा सच सामने आया है जिससे पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है। इमरान खान ने प्रधानमंत्री बनने के बाद करतारपुर कॉरिडोर को आनन-फानन में हरी झंडी दी। हालाँकि भारत सरकार की यह लम्बे अर्से से मांग रही थी, लेकिन इस खेल में पंजाब के दलबदलू नेता नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान द्वारा खुलकर इस्तेमाल हुआ।
नागरिकता संशोधन बिल : पड़ोसी देशों के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों की सुध लेती मोदी सरकार
आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश में धर्मिक भेदभाव और उत्पीड़न झेल रहे धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने के लिए उदार कानून बनाने की पहल की है। नागरिकता कानून 1955 में संशोधन करते हुए मोदी सरकार ने अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और इसाई धर्म के मानने वालों को
इस्लामिक मुल्कों में सिखों-हिन्दुओं की हत्या पर ‘सेक्युलर ब्रिगेड’ सन्नाटा क्यों मार जाती है ?
अफ़ग़ानिस्तान में पिछले दिनों जिहादियों ने 15 सिखों और तीन हिन्दुओं को आतंकी हमले में मार दिया। ये सभी लोग अल्पसंख्यको पर बढ़ रहे आतंकी हमलों से चिंतित थे और अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी से जलालाबाद में मिलने जा रहे थे, वहीं घात लगाकर आतंकियों ने इनपर कायराना हमला किया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, अफगानिस्तान सहित तमाम
राष्ट्रोदय समागम : हिन्दू चिंतन की कट्टरता से ही होगा मानव का कल्याण !
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मेरठ में आयोजित राष्ट्रोदय समागम केवल संख्या की दृष्टि से अभूतपूर्व नहीं था, बल्कि यहाँ से समरसता, मानवता, शौर्य और राष्ट्रीय भाव का उद्घोष भी हुआ। समाज के सभी वर्गों की इसमें भागीदारी हुई। सर संघचालक मोहन भागवत ने न केवल दुनिया के सामने बढ़ते संकट, तनाव, वैमनस्यता, आतंकवाद आदि समस्याओं का उल्लेख किया, बल्कि इनका समाधान भी बताया। दुनिया की अनेक
पाकिस्तानी चीफ जस्टिस के इस बयान से समझा जा सकता है कि वहाँ हिन्दुओं की क्या दशा होगी !
पाकिस्तान के चीफ जस्टिस साकिब निसार का नाम आपने कभी नहीं सुना होगा। लेकिन वे इन दिनों खबरों में है। उन्होंने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में हिन्दू शब्द बोलने तक से इंकार कर दिया था। आप यह भी कह सकते हैं कि उन्होंने हिन्दू शब्द का प्रयोग तक नहीं किया अपने एक भाषण के दौरान। पाकिस्तान की स्थापना विषय पर आयोजित एक सेमिनार में वे कह रहे थे कि पाकिस्तान दुनिया के नक्शे पर टू नेशनल थ्योरी
यूँ ही नहीं है किरण रिजिजू का बयान, वाकई में कम हो रही है हिन्दू आबादी
अरुणाचल प्रदेश में हिंदू जनसंख्या के सन्दर्भ में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू के बयान पर कुछ लोग विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि उनका बयान एक कड़वी हकीकत को बयां कर रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि उनके बयान पर वो लोग हायतौबा मचा रहे हैं, जो खुद को पंथनिरपेक्षता का झंडाबरदार बताते हैं। हिंदू आबादी घटने के सच पर विवाद क्यों हो रहा है, जबकि यह तो चिंता का विषय होना
राष्ट्रवादी विचारधारा की बढ़ती स्वीकार्यता से बेचैन वामपंथी
केरल में कम्युनिस्ट पार्टी खुलकर असहिष्णुता दिखा रही है। लेकिन, असहिष्णुता की मुहिम चलाने वाले झंडाबरदार कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। क्या उन्हें यह असहिष्णुता प्रिय है? यह तथ्य सभी के ध्यान में है कि कम्युनिस्ट विचारधारा भयंकर असहिष्णु है। यह दूसरी विचारधाराओं को स्वीकार नहीं करती है, अपितु अपनी पूरी ताकत से उन्हें
दलितों के उत्थान की आड़ में धर्मान्तरण का खुला खेल, वामपंथी भी हैं शामिल!
यदि हम भारत में धर्मान्तरण के मुद्दे को लेकर गम्भीर हैं तो हमें सुनील सरदार और जोसेफ डिसूजा का नाम जानना चाहिए। सुनील सरदार महाराष्ट्र से हैं और ट्रूथसिकर्स इंटरनेशनल के नाम से एक गैर सरकारी संस्था चलाते हैं। यह धर्मान्तरण का भारत में बड़ा खिलाड़ी है। सुनील सरदार घोषित तौर पर धर्मान्तरण के माध्यम से भारत में जिसस का किंगडम स्थापित करना चाहता है।
बेजा नहीं संघ प्रमुख की चिंता, सात राज्यों में अल्पसंख्यक हुए हिन्दू !
आगरा में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए संघ के सर संघचालक मोहन भागवत…