तमाम कोशिशों के बावजूद क़ानून के चंगुल से नहीं छूट सके चिदंबरम, भेजे गए तिहाड़
आखिरकार पी. चिदंबरम जेल की सींखचों के पीछे पहुँच ही गए। गुरुवार शाम को चिदंबरम को 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया। चिदंबरम वित्त मंत्री के साथ ही देश के गृहमंत्री भी रहे हैं। गृहमंत्री होने के नाते वे देश की केन्द्रीय जेल व्यवस्था के एक तरह से मुखिया रह चुके हैं और अब इस शक्तिशाली ओहदे से इतर वे इन्हीं जेलों में एक कैदी के तौर पर रहेंगे। जब वे गृहमंत्री थे तब
कांग्रेस को समझना चाहिए कि अपने नेता के साथ खड़े होने और उसे ‘क्लीन चिट’ देने में फर्क है
चिदंबरम दोषी हैं या नहीं, ये फैसला तो न्यायालय करेगा लेकिन खुद एक वकील होने के बावजूद उनका खुद को बचाने के लिए कानून से भागने की कोशिश करना, सीबीआई के लिए अपने घर का दरवाजा नहीं खोलना, समझ से परे है। लेकिन अब जब आखिर लगभग 19 महीनों की जद्दोजहद के बाद सीबीआई चिदंबरम के लिए कोर्ट से पाँच दिन की