केजरीवाल

मुफ्तखोरी की राजनीति में एकदूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ में जुटीं कांग्रेस और आप

जो कांग्रेस पार्टी आज मुफ्त बिजली के चुनावी वायदे कर रही है उसके 70 वर्षों के शासन काल में हजारों गांवों में ऐसा थे जहां बिजली का पोल नहीं था।

कृषि कानून की प्रतियां फाड़कर किसान आंदोलन को भुनाने की व्‍यर्थ कोशिश करते केजरीवाल

केजरीवाल को यदि वास्‍तव में अवाम की चिंता होती तो वे सबसे पहले इस कथित आंदोलन को खत्‍म कराने की पहल करते ना कि यहां अपनी नफरत की राजनीति का अवसर तलाशते।

ये छप्पन इंच के सीने की ताकत ही है, जिससे डरकर पाकिस्तान ने अभिनंदन को रिहा किया था

दुनिया यह बात जान चुकी है कि ये छप्पन इंच के सीने की ही धमक है, जिसके कारण पाकिस्तान ने भयभीत होकर विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंपा था।

कोरोना संकट : अमित शाह के कुशल प्रबंधन से संभलने लगे दिल्ली के हालात

जून में जिस तरह से मामलों में बढ़ोत्‍तरी हो रही थी, उसे देखकर अनुमान लगाया जा रहा था कि जुलाई के अंत तक आंकड़े साढ़े 5 लाख के पार जा सकते हैं। लेकिन प्रशासन अमित शाह के हाथ में आते ही आंकड़ों का ग्राफ संभलता दिखने लगा।

कोरोना संकट में श्रमिकों पर राजनीति कर विपक्षी दलों ने अपना असल चरित्र दिखा दिया

अंध-विरोध को ही अपनी राजनीति का मूल बना चुके विपक्षी दलों का रुख इस दौर में उत्तरदायित्वशून्य और निराशाजनक रहा है।

दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य की नहीं, केवल विज्ञापन की क्रांति हुई है – कपिल मिश्रा

नेशनलिस्ट ऑनलाइन से बातचीत के दौरान युवा भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने केजरीवाल सरकार की विफलताओं को तथ्यों-तर्कों के साथ रेखांकित किया, वहीं अमित शाह द्वारा लिए गए निर्णयों को दिल्ली की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया।

कोरोना संक्रमण के आगे दिल्‍ली सरकार ने टेके घुटने, अमित शाह ने थामी कमान

दिल्‍ली सरकार राजधानी में फैले कोरोना संक्रमण के सामने घुटने टेक चुकी है। हालात हाथ से बाहर जाता देख अब देश के गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी की कमान अपने हाथों में ले ली है।

दिल्ली से मजदूरों के पलायन के लिए जिम्मेदार है केजरीवाल सरकार

कोरोना वायरस से हमारी सुरक्षा के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी। कोविड-19 संक्रमण के कारण तेज़ी से फैल रहा है। इस संक्रमण को रोकने का सबसे कारगर उपाय यही है कि लोग एक दूसरे के सम्पर्क में ना आएं। भारत सरकार इस महामारी से निपटने के लिए हर प्रभावी कदम उठा रही है।

कन्हैया कुमार पर केस चलाने की अनुमति देने के पीछे क्या है ‘आप’ की राजनीति?

आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार  के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी देकर नेक काम किया है, लेकिन यह फैसला लेने में हुई देरी पर सवाल भी उठ रहे हैं। कन्हैया कुमार सहित अन्य 10 छात्रों पर आरोप था कि इन लोगों ने संसद पर हमले के दोषी अफज़ल गुरु को सजा दिए जाने के विरोध में भारत विरोधी नारे लगाए थे। यह मामला 2016

केजरीवाल की राजनीति को अपना रोल मॉडल मानने की गलती न करें कांग्रेस शासित बड़े राज्य

दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली जीत के बाद अब कोई शक नहीं हैं कि जनता ने अरविन्द केजरीवाल पर दोबारा विश्वास जताया है। विचित्र यह रहा कि अरविन्द केजरीवाल जो लगातार पिछले चार साल तक यह आरोप लगते रहे कि मोदी सरकार ने उन्हें काम नहीं करने दिया, चुनाव के समय अचानक यह कहने लगे कि उन्होंने जनता से किये गए सारे वादे पूरे कर