गाँव

गांवों में संचार क्रांति लाएगा राष्‍ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन

राष्‍ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन के जरिए शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, उद्यमिता और विकास के क्षेत्र में प्रोद्योगिकी ढांचे को मजबूत किया जा सकेगा। सबसे बढ़कर इससे गांवों तक आधुनिक तकनीक की पहुंच बनेगी और सरकार तथा आम आदमी के बीच की दूरी कम होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में स्‍थित कृषि मंडियां देश भर की मंडियों से जुड़ जाएंगी। इससे किसान अपनी उपज को

बजट 2019 : गांवों की तस्‍वीर बदलने की कवायद

भारतीय राजनीति की विडंबना रही कि यहां आजादी के बाद से ही खेती-किसानी के नाम पर राजनीति हुई, लेकिन गांवों की दशा में अपेक्षित सुधार नहीं आया। सरकारों ने वोट तो ग्रामीण विकास के नाम पर मांगा लेकिन विकास किया शहरों का। इसका नतीजा यह निकला कि शहर और गांव के बीच खाई बढ़ती गई।

हर घर तक बिजली पहुँचाने की दिशा में तेजी से बढ़ रही मोदी सरकार !

हर गांव तक बिजली पहुंचाने के महत्‍वाकांक्षी लक्ष्‍य के करीब पहुंची मोदी सरकार अब देश के हर घर को रोशन करने के लिए “सुभाग्‍य योजना” लाने जा रही है। इसके तहत ग्रामीण इलाकों में हर घर को 2019 तक सब्‍सिडी देकर बिजली कनेक्‍शन मुहैया कराया जाएगा। गौरतलब है कि देश के चार करोड़ घरों में अभी भी बिजली के बल्‍ब जलने का इंतजार है। यह संख्‍या यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था जर्मनी के कुल घरों से ज्‍यादा

कांग्रेस सरकारों की गलत नीतियों के कारण अंधेरे में डूबे गांवों को रोशन करने में जुटी मोदी सरकार

आजादी के बाद बिजलीघर भले ही गांवों में लगे हों लेकिन इन बिजलीघरों की चारदीवारी के आगे अंधेरा ही छाया रहा है। दूसरी ओर यहां से निकलने वाले खंभों व तारों के जाल से शहरों का अंधेरा दूर हुआ। आजादी के समय देश में केवल 1,362 मेगावाट बिजली का उत्‍पादन होता था, लेकिन बीते 70 वर्षों के दौरान यह आंकड़ा 3,29,205 मेगावाट के स्‍तर पर पहुंच गया है। इसे शानदार नहीं, तो संतोषजनक उपलब्‍धि जरूर कहेंगे