नवरात्र मात्र उपवास और कन्याभोज नहीं है!
यह सनातन संस्कृतिकी महानता है कि इसमें अत्यंत गहरे और गूढ़ विषयों को जिनके पीछे बहुत गहरा विज्ञान छिपा है उन्हें बेहद सरलता के साथ एक साधारण मनुष्य के सामने प्रस्तुत किया जाता है। इसका सकारात्मक पक्ष तो यह है कि एक साधारण मनुष्य से लेकर एक बालक के लिए भी वो विषय ग्रहण करना
नवरात्र विशेष : सृष्टि की ऊर्जा हैं देवी दुर्गा
देवी की प्रकृति रूपी अवस्थाएं सत्व, रज और तम गुणों में रूपांतरित होकर सृष्टि को संतुलित बनाए रखने का काम करती हैं। इसीलिए देवी को आद्या शक्ति कहा गया है।