‘पाकिस्तान का पंजाब इस्लामिक कट्टरपंथ की प्रयोगशाला है’
पाकिस्तान ने भारत पर मोर्टार और मिसाइल दागकर सारे माहौल को बेहद तनावपूर्ण कर दिया। भारतीय सेना ने भी करारा जवाब देते हुए पाक फौज की कई चौकियों को भारी नुकसान पहुँचाया है। पर, मिसाइल के हमले से एलओसी पर युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। भारत को पाकिस्तान की नापाक कोशिश पर हल्ला बोलने के बारे में सोचना होगा। भारत सरकार को मालूम होगा कि जब तक पाकिस्तानी सेना पर पंजाबी वर्चस्व
भारत से भला और कितनी बार मुँह की खाएगा पाकिस्तान?
देश के बंटवारा के बाद से ही पाकिस्तान कदम दर कदम भारत से मुंह की खाता रहा लेकिन वो इससे कोई सीख नहीं ले सका, अथवा लेने की कोशिश नहीं किया। उसके इरादे भारत और खासकर कश्मीर को लेकर कभी भी नेक नहीं रहे। वो उसी कबिलाई मानसिकता में आज भी जी रहा है, जिसकों सदियों पहले सभ्य समाज द्वारा नाकार दिया गया था। अपनी अंदरूनी मामलों से निबटने के बजाय पाकिस्तान हमेशा कश्मीर का राग अलापता रहता है, और यहां अस्थिरता पैदा करने और अलगाव को हवा देने में लगा रहता है। जबकि उस के खुद के आंतरिक मामले इतने जटिल है जो निकट भविष्य में पाकिस्तान को कई टूकड़ों में विभाजित कर सकता है।