योगी सरकार की उपलब्धियों से बौखलाहट में विपक्ष
योगी ने कोरोना में भी उत्तर प्रदेश को एक आदर्श राज्य के रूप में स्थापित किया एवं कुशल आपदा प्रबंधन के चलते अन्य राज्यों के लिए भी मिसाल कायम की। इससे विपक्ष बौखलाया हुआ है।
क़ानून व्यवस्था के मामले में योगी सरकार के मॉडल से अन्य राज्यों को लेनी चाहिए प्रेरणा
योगी सरकार के आने के बाद से ही यूपी अपनी क़ानून-व्यवस्था के लिए चर्चा में बना रहा है। राज्य की आंतरिक सुरक्षा को लेकर योगी सरकार जिस तरह सजग है, इसका अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि यहां के नामी गैंगस्टर और गुंडे जान बचाने के लिए दर-ब-दर छिपते फिर रहे हैं।
अन्य राज्यों के लिए प्रेरणादायक है अपराध के खात्मे का ‘योगी मॉडल’ !
किसी भी आबादी में समाज और सभ्यता की शुरुआत तब से मानी जा सकती है जब वहां उस समाज के सदस्यों के द्वारा किये जा रहे क्रियाकलापों का अच्छे-बुरे में वर्गीकरण होने लगता है। कुछ हरकतों को समाज वर्ज्य घोषित कर देता है एवं इन्हें समाज की अवधारणा और स्थायित्व के लिए खतरा मान लिया जाता है। ऐसा करने पर कठोर सज़ा का प्रावधान भी समाज द्वारा किया जाता है एवं इसे अपराध बोला जाता है।
योगी सरकार की सख्ती से यूपी में टूट रही अपराधियों की कमर !
एक समय अपराध और असुरक्षा के लिए कुख्यात उत्तर प्रदेश अब अपराधियों की धरपकड़ के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। यह तो किसी से छिपा नहीं है कि पिछले लगभग दशक-डेढ़ दशक के दौरान सपा-बसपा सरकारों के शासन में उत्तर प्रदेश अपराध का पर्याय बन गया था। दिनदहाड़े लूट, हत्या, वसूली, छेड़छाड़, बलात्कार, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों को बेख़ौफ़ अंजाम दिया जाता था। वहीं पुलिस राजनीतिक
योगीराज में गोली का जवाब गोली से दे रही है यूपी पुलिस !
बीते रविवार की शाम जब हम और आप दीपावली के बाद की थकान मिटा रहे थे, तब यूपी के मुजफ्फरनगर में पुलिस एक अहम आपरेशन में जूझ रही थी। ये आपरेशन था यूपी के कुख्यात इनामी बदमाश फुरकान की घेराबंदी का। बकौल पुलिस, चारों तरफ से घिरे बदमाश ने पुलिस पर गोलियां दागीं, जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। फुरकान मौके पर ही मारा गया। इस एनकाउंटर में पुलिस के जवान भी जख्मी हुए। मारे गए