योग मोदी भारत

क्रियायोग से सकारात्मक परिवर्तन संभव

 भूपेंद्र यादव  वर्ष 1945 में जब द्वितीय विश्व युद्ध लड़ा जा रहा था, तब प्रत्येक बौद्धिक और विचारशील मन में भौतिकतावादी दृष्टि पर आधारित जीवन की समस्याएं चिंतित करनेवाली थी। यूरोपीय पुनर्जागरण धार्मिक मतांधता और दुराग्रह को परास्त करते हुए धर्मनिरपेक्ष अथवा धर्म विरोधी हो चला था। विचारशीलता या विवेकशीलता का वैज्ञानिक मन मानवतावादी एवं