धर्मपालन के आदर्श प्रतिमान हैं राम !
श्रीराम के चरित्र में धर्म के समस्त लक्षणों का सम्यक् निर्वाह मिलता है। वनवास के समय धैर्य का जैसा अपूर्व प्रदर्शन राम ने किया वैसा अन्यत्र दुर्लभ है।
रामचरितमानस वो सेतु है जो पीढ़ियों को जोड़ता है
रामचरितमानस दिन के हर पहर की कहानी है। हर संबंधों की कहानी है। दुःख और सुख के भेद की कहानी है। ये जड़ से चेतन को जोड़ने की कहानी है।
भगवान राम को काल्पनिक बताने वाले हिंदू-हिंदुत्व की बात किस मुंह से कर रहे हैं ?
राहुल गांधी ने जिस ढंग से हिंदुत्व को हिंदू से अलग करके स्वयं की परिभाषा थोपने की जो कोशिश की है, वह विचित्र और भ्रामक है।
‘आत्मनिर्भर भारत का सपना रामराज्य की स्थापना की दिशा में ही एक कदम है’
रामराज्य में एक ऐसे समाज की परिकल्पना है जहाँ कोई भी अपराध न करे। प्रधानमंत्री ने भूमि-पूजन के पश्चात् अपने वक्तव्य में इसी बात को रेखांकित किया।
महाराणा प्रताप और वीर सावरकर की महानता राजस्थान सरकार के प्रमाणपत्र की मोहताज नहीं है
परन्तु, ऐसे दुष्प्रयासों से प्रताप और सावरकर जैसे धवल चरित्रों पर काज़ल की एक रेख भी न लगने पाएगी। लोकमानस अपने महानायकों के साथ न्याय करना खूब जानता है।