साध्वी प्रज्ञा के चुनाव में उतरने से विपक्षी दलों को इतनी तकलीफ क्यों है?
हमारे इन विपक्षी राजनैतिक दलों का यही चरित्र है कि वो तथ्यों का उपयोग और उनकी व्याख्या अपनी सुविधानुसार करते हैं। इन दलों को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर अनेक महत्वपूर्ण पदों पर बैठे नेता जो आज जमानत पर हैं और चुनाव भी लड़ रहे हैं उनसे नहीं लेकिन साध्वी से ऐतराज़ होता है। इन्हें देशविरोधी नारे लगाने के आरोपी और जमानत
‘भगवा आतंकवाद’ की धारणा स्थापित करने के कांग्रेसी मंसूबों पर फिरता पानी
भगवा आतंकवाद शब्द के प्रणेता दिग्विजय सिंह, पी चिदम्बरम और उनके साथी निराश हैं। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बाद कर्नल श्रीकांत पुरोहित को कोर्ट से जमानत मिल गई। यह अंतिम फैसला नहीं है। लेकिन क्या यह कम है कि सुप्रीम कोर्ट ने अब तक पुख्ता प्रमाण न मिलने की ओर खासतौर पर ध्यान दिया। नौ वर्षो बाद भी जांच एजेंसियां एकरूपता से रिपोर्ट तक नही बना सकीं। इसका मतलब है कि अब तक भगवा