सुदिप्तो सेन

कम्युनिस्टों की हिंसक विचारधारा एवं भारत विरोधी सोच को उजागर करती है ‘बस्तर : द नक्सल स्टोरी’

फिल्म में एक संवाद है- “बस्तर की सड़कें डामर से नहीं, जवानों के खून से बनी हैं”। बस्तर की 55 किलोमीटर लंबी एक सड़क के लिए 41 जवानों का बलिदान हुआ है।