योग से मजबूत हुई भारत की साख
शिवानन्द द्विवेदी ऐतिहासिक मानदंडों पर योग को देखें तो भारतीय परम्परा में योग विद्या की अवधारणा कोई आज की बात नहीं है। बल्कि भारत में वैदिक काल से ही योग विद्या को स्वास्थ्य जीवन शैली के लिए जरुरी उपकरण के तौर पर स्वीकार किया जाता रहा है। इसमें को कोई शक नहीं कि हमारा इतिहास