जयराम ठाकुर : चाय की दुकान चलाने से लेकर हिमाचल की सत्ता के शिखर पर पहुँचने तक
हिमाचल में सत्ता का बदलाव हुआ है और इस खूबसूरत बदलाव का स्वागत भी हो रहा है। कांग्रेस हार गई है और भाजपा की भारी जीत हुई है। इस बदलाव के क्रम में जो प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, उनकी पृष्ठभूमि भी काफी रोचक है। मंडी के सेराज विधान सभा से एक ऐसा नेता उभर कर राष्ट्रीय परिदृश्य पर सामने आया है, जिनको देख कर देश के हर उस बच्चे को समाजसेवा और देशसेवा में आने का दिल करेगा, जो
हार की हकीकत से मुंह चुरा रहे, राहुल गांधी !
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव परिणाम आ चुके हैं। पिछली बार यानी उत्तरप्रदेश चुनाव की तरह इस बार भी परिणाम में भाजपा का परचम लहराया और कांग्रेस को मुंह की खाना पड़ी। 18 दिसंबर को हुई मतगणना के दिन सुबह से पूरे देश की निगाहें आरंभिक रूझानों की तरफ थीं। जैसे-जैसे बाद के रूझान आते गए, परिणाम की तस्वीर साफ होने लगी। शाम तक सब कुछ स्पष्ट और घोषित हो गया।
गुजरात-हिमाचल में भाजपा की जीत का सबसे बड़ा श्रेय मोदी-शाह की जोड़ी को जाता है !
नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने छठी बार चुनाव जीतकर गुजरात में एक नया इतिहास बनाया है। गुजरात के अलावा भाजपा ने हिमाचल में भी दो तिहाई बहुमत हासिल करके अपना डंका बजा दिया है। देश की 135 करोड़ जनता चाहती है कि सरकार की विकासपरक नीतियां जारी रहें। स्थिति साफ़ हो गयी है कि देश का विश्वास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी नीतियों के प्रति कायम है। अगर थोड़ी कमियां हैं, तो उन्हें दूर
गुजरात-हिमाचल चुनाव परिणाम : भाजपा का विकास पागल नहीं हुआ, अव्वल आया है !
गुजरात के नतीजे ऐतिहासिक रहे हैं। भाजपा का विकास पागल नहीं हुआ है, अव्वल आया है। गुजरात की जनता ने एक बार फिर जातिवाद की राजनीति के विष-बेल को उखाड़कर फेंक दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही देश के सबसे बड़े नेता हैं, यह गुजरात की जनता ने साबित करके दिखाया है। अब 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले यह नतीजे कांग्रेस को नासूर की तरह
हिमाचल चुनाव : वीरभद्र सिंह पर भारी पड़ते नजर आ रहे धूमल !
हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं की एक खासियत रही है कि हर पांच साल के बाद वे सरकार बदल देते हैं। 9 नवम्बर को होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने पूरी ताक़त झोंक दी है। हिमाचल में बीजेपी की कमान प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल के हाथों में है, वहीं कांग्रेस के चुनावी अभियान की अगुवाई 83 वर्षीय वीरभद्र सिंह कर रहे हैं। बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार
हिमाचल प्रदेश से ग्राउंड रिपोर्ट : कांग्रेस शासित हिमाचल में हर तरफ केंद्र की योजनाओं की झलक
आप जैसे ही चंडीगढ़ से शिमला की तरफ आगे बढ़ते हैं, पहली बार आपको नज़र आता है कि नेशनल हाईवे पर जोरो-शोरों से काम जारी है। परवाणू से सोलन के बीच 39 किलोमीटर के राजमार्ग की फोरलेनिंग का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी पूरे हिमाचल में ऐसी ही 11 सड़क परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिनके पूरे होने के बाद हिमाचल में एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचना काफी आसान हो