अगर जय शाह ने कुछ भी गलत किया होता तो मानहानि का दावा करने की हिम्मत नहीं दिखाते !
कांग्रेस को लगता है कि दूसरों पर भ्रष्टचार के आरोप लगाने से उसकी छवि निखर जाएगी। इस प्रयास में वह कई बार जल्दीबाजी कर देती है। इसके बाद उसे फजीहत उठानी पड़ती है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से वह ऐसा कर रही है। अनेक मुद्दे उठाए। नरेंद्र मोदी तक को घेरने का प्रयास किया। कई बार सांसद में भी हंगामा किया। लेकिन, केजरीवाल की तरह किसी मसले को न्यायपालिका तक ले जाने की हिम्मत
जय शाह पर आरोप लगाने वाला खेमा मानहानि के मुकदमे से इतना असहज क्यों है ?
पिछले दिनों एक वेबसाइट पर छपे एक लेख में बीजेपी अध्यक्ष अमित भाई शाह के पुत्र जय शाह पर उल-जुलूल तथ्यों के जरिये आरोप लगाया गया कि केंद्र भाजपा की सरकार आने के बाद उनकी कंपनी साल भर में ही अमीर बन गई। लेख की प्रकाशक वेबसाइट, जिसमें ज़्यादातर वामपंथी विचारधारा के लोग शामिल हैं, ने सियासी रंग में रंगकर इस लेख को दुनिया के सामने परोसा।