डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जीः अखंड भारत के स्वप्न द्रष्टा
शैलेन्द्र कुमार शुक्ल जब भारत स्वतंत्र हुआ और देश के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू बने तब उनकी नीति राष्ट्र नवनिर्माण की थी, जिसका सीधा अर्थ पश्चिम का अंधानुकरण और भारतीयता को तिलांजली देना था। वे भारतीय संस्कृति को पश्चिम के पास गिरवी रख देना चाहते थे। इसके विपरीत डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और उनके साथियों का
दलित-मुस्लिम एकता एक छलावा भर है
अभिनव प्रकाश यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बहुत कम लोगों का ध्यान इस पर गया कि 2016 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुए सबसे बड़े नरसंहार के 45 वर्ष पूरे हो रहे हैं, जबकि यह नरसंहार भारतीय उपमहाद्वीप बांग्लादेश में हुआ था, जो उस समय पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था। पाकिस्तान ने