ये छप्पन इंच के सीने की ताकत ही है, जिससे डरकर पाकिस्तान ने अभिनंदन को रिहा किया था
दुनिया यह बात जान चुकी है कि ये छप्पन इंच के सीने की ही धमक है, जिसके कारण पाकिस्तान ने भयभीत होकर विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंपा था।
सरकार की बड़ी कूटनीतिक सफलता है वीर अभिनंदन की सकुशल वापसी
पराक्रम, शौर्य और अदम्य साहस भारतीय सेना के पर्यायवाची शब्द हैं। जब हम कहते हैं कि हमारी सेना सभी तरह की स्थितियों का सामना करने को तैयार है, तो इसका उदारहण हम मिग-21 के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन के साहस से समझ सकते हैं।