अंकित की हत्या पर ‘कुछ’ लोगों की चुप्पी बेहद डराने वाली है !
अंकित सक्सेना की मौत कोई साधारण मौत नहीं है, यह आतंक और हिंसा का शहर के बीचों-बीच नग्न प्रदर्शन है। दुःख इस बात का है कि कल तक हंसने-खेलने वाले लड़के का देश की राजधानी में सबके सामने क़त्ल हुआ, फिर भी इसपर एक खेमा एक चुप है। अंकित के नाम पर देश भर में कहीं भी कोई कैंडल मार्च नहीं निकला। वे लोग इसपर एकदम चुप हैं, जो पिछले कई मुद्दों पर देश में असहिष्णुता बढ़ने को लेकर अक्सर
शर्म करे अफराजुल खान और डा. नारंग के कत्ल में फर्क करने वाली सेक्युलर बिरादरी !
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजस्थान में पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूर अफराजुल खान की बेरहमी से हत्या पर दुख प्रकट करते हुए मजदूर के परिवार को मुआवजे के तौर पर तीन लाख रुपये देने की घोषणा की। उनका यह कदम प्रशंसनीय है। ममता ने ट्विटर पर लिखा- ” हमारी सरकार ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का फैसला किया है।” पर क्या ममता बनर्जी के इस कदम से दिल्ली के मुख्यमंत्री