नवरात्र विशेष : सृष्टि की ऊर्जा हैं देवी दुर्गा
देवी की प्रकृति रूपी अवस्थाएं सत्व, रज और तम गुणों में रूपांतरित होकर सृष्टि को संतुलित बनाए रखने का काम करती हैं। इसीलिए देवी को आद्या शक्ति कहा गया है।
अगर यही राष्ट्रवाद के उभार का दौर है तो सोचिये राष्ट्रवाद के बुरे दिन कैसे रहे होंगे!
यह बात दुनिया भर के विद्वान कह रहे हैं कि यह भारत के अंदर राष्ट्रवाद के उभार का समय है। लेकिन, इसी समय में जेएनयू की एक छात्रा देवी सरस्वती का अपमान करने के लिए भारत भूषण अग्रवाल सम्मान से सम्मानित की जाती है। इस बात पर यकिन नहीं किया जा सकता है कि पुरस्कार के निर्णायक को कवयित्री के अश्लील रचना का ज्ञान ना हो।