वैश्विक एजेंसियों के अनुसार मजबूत बनी रहेगी भारतीय अर्थव्यवस्था
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की “बीबीबी” की रेटिंग को बरकरार रखा है। इसका यह अर्थ हुआ कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी रहेगी। इस एजेंसी के अनुसार भारत की जीडीपी वित्त वर्ष 2024 में 6.9 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी और आगामी कुछ सालों तक दुनिया की सबसे तेज गति से आगे
ये आंकड़े बताते हैं कि वैश्विक मंदी के बीच भी तेजी से आगे बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था!
भारतीय अर्थव्यवस्था के लगातार मजबूत रहने के कारण ही एस एंड पी ग्लोबल ने 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया है
तेज गति से बढ़ रहा है भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार
वैश्विक स्तर पर मिडल क्लास की बढ़ रही संख्या में भारत का योगदान 24 प्रतिशत का है। वर्ष 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
भारतीय आर्थिक दर्शन के सहारे आगे बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था
भारत में पिछले 9 वर्षों में भारतीय आर्थिक दर्शन के सहारे किए गए कई आर्थिक निर्णयों के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था का इंजन अब तेज गति से पटरी पर दौड़ने लगा है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति वैश्विक अर्थव्यवस्था का केंद्र बिंदु बनने की ओर अग्रसर
भारतीय सनातन संस्कृति का पालन करते हुए भारत के आर्थिक विकास को देखकर अब विकसित देश भी भारतीय संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहे हैं..
विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय स्टॉक बाजार में बढ़ रहा है निवेश
भारत की अर्थव्यवस्था में आज लगभग किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, जिसके चलते भारत का स्टॉक बाजार नित नई ऊंचाईयां हासिल करता दिखाई दे रहा है।
दुनिया की अर्थव्यवस्थाएँ सुस्ती में हैं, लेकिन चमक रही है भारतीय अर्थव्यवस्था!
अभी विदेशी निवेशक चीन की जगह भारत में निवेश करना बेहतर मान रहे हैं, क्योंकि फिलहाल, भारत की अर्थव्यवस्था चीन से अधिक मजबूत है।
वैश्विक स्तर पर पुनः वैभवकाल की ओर अग्रसर भारतीय अर्थव्यवस्था
वर्ष 2014 के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ ली है और वैश्विक स्तर पर प्रथम 10 अर्थव्यवस्थाओं की रैंकिंग में लगातार सुधार करती जा रही है।
मोदी सरकार के प्रयासों से 10 प्रतिशत आर्थिक विकास दर हासिल करने की ओर अग्रसर भारत
विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों के गति पकड़ने के चलते वैश्विक आर्थिक संकट के बावजूद मूडीज ने भारत की क्रेडिट रेटिंग को बरकरार रखा है।
दहाई अंक की जीडीपी वृद्धि दर पाने की दिशा में अग्रसर भारतीय अर्थव्यवस्था
महामारी के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत ही जल्द न सिर्फ रिकवरी करने में कामयाब रही, बल्कि दहाई अंक के जीडीपी आंकड़ा को छूने की दिशा में अग्रसर हो गई है।