मोबाइल विनिर्माण की वैश्विक धुरी बनता भारत
मोदी सरकार के जमीनी प्रयासों का नतीजा है कि जिस देश में 2014 में मात्र 2 मोबाइल फोन कारखाने थे, वही देश आज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। वर्ष 2022-23 में भारत में 3.5 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन का उत्पादन हुआ। इस समय सैमसंग, एप्पल सहित कई
सहकारिता क्षेत्र को मजबूती देने की दिशा में बढ़ रही मोदी सरकार
सहकारिता को जन-जन तक पहुंचाने के क्रम में मोदी सरकार प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) को 2000 जन औषधि केंद्र खोलने की अनुमति देने के साथ-साथ
तेज गति से बढ़ रहा है भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार
वैश्विक स्तर पर मिडल क्लास की बढ़ रही संख्या में भारत का योगदान 24 प्रतिशत का है। वर्ष 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
गरीब कल्याण को समर्पित मोदी सरकार
मोदी सरकार देश के गरीबों के हित एवं कल्याण के लिए सदा से प्रतिबद्ध रही है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गरीब कल्याण अन्न योजना का पंचवर्षीय विस्तार…
समावेशी विकास की वाहक बनती पीएम स्वनिधि योजना
पीएम स्वनिधि योजना के तहत ऋण मिलने के बाद लोगों का कारोबार सशक्त हुआ है और लाभार्थी अब बुनियादी जरूरतों के अलावा दूसरे मदों में भी खर्च करने लगे हैं।
भारत में तेज गति से बढ़ रही है नागरिकों की औसत आय
2014 में आय कर विवरणियां दाखिल करने वाले नागरिकों की औसत आय 4.4 लाख रुपए थी जो वित्तीय वर्ष 2023 में तीन गुना से भी अधिक बढ़कर 13 लाख रुपए हो गई है।
क्रांतिकारी साबित होगा खसरा-खतौनी का डिजिटलीकरण
भूमि अभिलेखों का डिजिटलीकरण भूमि के स्वामित्व का मुख्य दस्तावेज होगा जिससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। भूमि रिकॉर्डस की विश्वसनीयता बढ़ने से लोग…
विकास-कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करने में सफल रही है मोदी सरकार
जेवर एयरपोर्ट हो या पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, उप्र में जनकल्याणकारी योजनाएं हों या पूर्वोत्तर में एयरपोर्ट हो, इतना तो तय है कि मोदी सरकार ने…
भारत में निर्मित होने लगे हैं रोजगार के करोड़ों अवसर
केंद्र सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि न केवल देश की अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढ़े बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हों।
भारत की विराट सांस्कृतिक चेतना का उत्सव है ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम संपूर्ण देश की सांस्कृतिक विविधता को भारतीयता के सूत्र में जोड़कर एक विराट सांस्कृतिक चेतना के उत्सव का आयोजन है।